सुषमा ने 'नरेंद्र मोदी एप' पर मांगा चंदा, केजरीवाल भी घर-घर जाकर कर रहे अपील
भाजपा नरेंद्र मोदी एप पर 50 रुपये से 1000 रुपये तक का चंदा मांग रही है। सुषमा का कहना है कि सार्वजनिक जीवन में शुचिता बहुत आवश्यक है।
नई दिल्ली, जेएनएन। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं, समर्थकों और हितैषियों से चंदा देने की अपील की है। भाजपा 'नरेंद्र मोदी एप' पर 50 रुपये से 1000 रुपये तक का चंदा मांग रही है। सुषमा का कहना है कि सार्वजनिक जीवन में शुचिता बहुत आवश्यक है। इसीलिए ये अभियान चलाया जा रहा है। इधर आम आदमी पार्टी ने भी रविवार से घर-घर जाकर वोट और चंदा मांगने के लिए अभियान की शुरुआत की है।
सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा, 'सार्वजनिक जीवन में शुचिता बहुत आवश्यक है। इसी आवश्यकता को महसूस करते हुए भाजपा ने 'नरेंद्र मोदी एप' पर अपने कार्यकर्ताओं तथा समर्थकों से छोटी राशि इकट्ठी करने का अभियान चलाया है। इसमें 50 से लेकर 1000 रुपए तक की राशि दी जा सकती है। 1000 रुपए से अधिक की राशि स्वीकार नहीं की जाती।' सुषमा स्वराज सार्वजनिक जीवन में शुचिता की बात कर रही हैं और यह भाजपा में भी देखने को मिल रहा है।
हाल ही में 'मी टू' अभियान के तहत यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने पद से इस्तीफा दे दिया। भाजपा ने इन आरोपों को लेकर अकबर का समर्थन नहीं किया। हालांकि अकबर इस मामले को कोर्ट लेकर पहुंच गए हैं। उन्होंने अपने पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
अगले ट्वीट में सुषमा स्वराज ने लिखा, 'मैंने भी कल इस एप पर 1000 रुपए की राशि दी है। मेरा सभी भाजपा कार्यकर्ताओं, समर्थकों तथा हितैषियों से अनुरोध है कि सार्वजनिक जीवन में शुचिता बनाये रखने के लिए इस अभियान में अपना योगदान अवश्य दें।'
इधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आप नेता लोकसभा चुनाव के लिए वोट और चंदा मांगने के लिए घर-घर जा रहे हैं। केजरीवाल ने खुद इस कैंपेन की शुरुआत 21 अक्टूबर को अपने विधानसभा क्षेत्र नई दिल्ली से की। इस अभियान में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, सभी मंत्री, सभी सांसद, लोकसभा प्रभारी, सभी विधायक, सभी पार्षद, पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे हैं। ये सभी घर-घर जाकर वोट के साथ ही चंदा देने की भी अपील कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता लोगों के घर-घर जाकर कह रहे हैं कि 100 रुपये, 1000 रुपये या 10,000 रुपये जितना भी दे सकें, हर महीने इस राष्ट्र निर्माण के काम में जरूर योगदान करें।