पश्चिम बंगाल में आचार संहिता लागू रहने तक अर्धसैनिक बलों की हो तैनाती : भाजपा
भाजपा ने हिंसा को रोकने के लिए अतिरिक्त केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की है। इसके साथ ही चुनाव आयोग से स्ट्रांग रूम को भी केंद्रीय सशस्त्र बलों की निगरानी में रखने की मांग रखी है
नई दिल्ली, जेएनएन। चुनाव खत्म होने के बाद भी भाजपा और तृणमूल में सियासी संघर्ष बना हुआ है। भाजपा ने सोमवार को चुनाव आयोग से पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के दौरान हुई हिंसा के चलते कुछ इलाकों में दोबारा चुनाव कराने की मांग की है। इसके साथ ही भाजपा ने मतगणना के दौरान हिंसा भड़कने की आशंका जाहिर करते हुए आचार संहिता लागू रहने तक पश्चिम बंगाल में केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की है। इससे लोगों को आश्वस्त किया जा सकेगा कि राज्य में किसी तरह कि हिंसा नहीं होगी। साथ ही भाजपा नेताओं ने आयोग से स्ट्रांग रूम पर भी केंद्रीय सशस्त्र बलों की तैनाती की मांग की है।
चुनाव आयोग पहुंचे भाजपा नेता
सातवें और आखिरी चरण का मतदान खत्म होने के अगले ही दिन चुनाव आयोग से मुलाकात करने पंहुचे भाजपा प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और मुख्तार अब्बास नकवी ने आयोग के अधिकारियों से मुलाकात के बाद कहा कि 'हमने चुनाव आयोग से पश्चिम बंगाल, ओडिशा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक में काउंटिंग के दौरान विशेष पर्यवेक्षक की नियुक्ति करने की मांग की है। मतगणना की प्रक्रिया को निष्पक्ष तौर पर संपन्न कराया जा सकेगा।'
बंगाल में हो सकती है हिंसा
उन्होंने मतगणना के दौरान पश्चिम बंगाल में हिंसा भड़कने की आशंका जाहिर करते हुए कहा, 'राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की बौखलाहट देखकर हमने आयोग के सामने चिंता जाहिर की है कि मतगणना के बाद पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा फिर से भड़क सकती है। इसीलिए आयोग को अभी से सख्त कदम उठाने चाहिए।' इसके अलावा भाजपा ने चुनाव आयोग से मांग की है कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान जिन भाजपा कार्यकर्ताओं पर फर्जी केस दर्ज किए गए हैं, उनको भी खत्म किया जाए।
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