राजस्थान का रण : जीत के लिए अमित शाह का 'स्मार्ट' फॉर्मूला
अमित शाह ने राजस्थान में पार्टी की सत्ता बरकरार रखने के लिए विशेष रणनीति तैयार की है।
जयपुर [नरेन्द्र शर्मा]। राजस्थान में करीब 4 माह बाद होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर दोनों ही प्रमुख दलों कांग्रेस और भाजपा ने कवायद तेज कर दी है। चुनाव में जीत हासिल करने को लेकर दोनों ही दलों ने अपनी-अपनी रणनीति पर अमल करना भी शुरू कर दिया है।
चुनाव को लेकर भाजपा हाईटेक अंदाज में दिखाई देने लगी है। चुनाव प्रचार अभियान में अन्य दलों के मुकाबले भाजपा को आगे रखने को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राजस्थान में पार्टी की सत्ता बरकरार रखने के लिए विशेष रणनीति तैयार की है। इसके तहत भाजपा बूथ स्तर पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए स्मार्टफोन धारक कार्यकर्ताओं और बाइकर्स का सहारा ले रही है।
भाजपा ने पोलिंग बूथ मैनजमेंट के तहत प्रत्येक बूथ पर पांच-पांच स्मार्टफोन धारक एवं पांच बाइकर्स की नियुक्त किये है । इसके साथ ही अगस्त माह तक प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक प्रभारी भी तैनात किये जाएंगे।
ये प्रभारी गुजरात, हरियाणा और उत्तरप्रदेश आदि पड़ोसी राज्यों के भाजपा विधायक और पदाधिकारी होंगे । इन प्रभारियों के साथ तीन से चार पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं को नियुक्त किया जाएगा।
"नमो एप" से 5 लाख लोगों को जोड़ेंगे
चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा ने राजस्थान में 5 लाख लोगों को "नमो एप "से जोड़ने की रणनीति तय की है। शनिवार को जयपुर में पार्टी की सोशल मीडिया टीम की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी और संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर ने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 2500 लोगों को जोड़ने के निर्देश दिए। प्रदेश में 200 विधानसभा क्षेत्र है ।
अमित शाह सोशल मीडिया टीम को सिखाएंगे गुर
21 जुलाई को जयपुर यात्रा के दौरान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह प्रदेश कार्यसमिति को संबोधित करने के साथ ही सोशल मीडिया टीम की अलग से क्लास लेंगे । इस दौरान शाह सोशल मीडिया टीम में शामिल कार्यकर्ताओं को चुनाव के लिहाज से अपनाई जाने वाली रणनीति के गुर सिखाएंगे।