अविश्वास प्रस्ताव: भाजपा, टीएमसी और टीडीपी ने जारी किया व्हिप, पक्ष-विपक्ष दोनों तैयार
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और तेलगुदेशम पार्टी(टीडीपी) ने भी केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी किया है।
नई दिल्ली(जेएनएन)। लोकसभा में शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाली चर्चा के लिए एनडीए और यूपीए ने पूरी तरह कमर कस ली है। भाजपा ने अपने पार्टी सांसदों के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी कर उन्हें अविश्वास प्रस्ताव वाले दिन सदन में उपस्थित रहने को कहा है, वहीं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और तेलगुदेशम पार्टी(टीडीपी) ने भी केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी किया है।
इसके अलावा बहुमत के सवाल पर सोनिया ने कहा कि कौन कहता है कि यूपीए के पास नंबर नहीं है? टीडीपी द्वारा लाए गए इस प्रस्ताव पर 50 से ज्यादा सांसदों ने हस्ताक्षर किया था। इस बीच कांग्रेस और टीएमसी अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार की जगह सोमवार को बहस चाहती है। वहीं अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार के समर्थन पर शिवसेना कल फैसला ले सकती है।
गौरतलब है कि संसद में मॉनसून सत्र के पहले दिन मोदी सरकार के खिलाफ टीडीपी की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को चर्चा एवं वोटिंग के लिए लोकसभा अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया है। टीडीपी द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को कांग्रेस सहित ज्यादातर विपक्षी दलों का समर्थन हासिल है। हालांकि इसके बावजूद सरकार इसे लेकर ज्यादा आशंकित नहीं है।
बुधवार को संसद का सत्र शुरू होने पर लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर सुमित्रा महाजन ने 50 से ज्यादा सांसदों के समर्थन की गिनती की। इसके बाद उन्होंने व्यवस्था दी कि अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को लोकसभा में चर्चा और वोटिंग होगी।
सोनिया गांधी ने कहा- कौन कहता है हमारे पास नंबर नहीं
कांग्रेस का कहना है कि स्पीकर द्वारा विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार करने को लेकर वे खुद हैं। इससे अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान हमें महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार की चुप्पी तुड़वाने का मौका मिलेगा। अविश्वास प्रस्ताव पर पूछे गए सवाल पर यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि कौन कहता है हमारे पास नंबर नहीं हैं?
सपा ने कहा- सरकार गिराने लायक नबंर नहीं है
वहीं समाजवादी पार्टी से सांसद रामगोपाल यादव ने अविश्वास पत्र पर टिप्पणी करते हुए कहा, 'विपक्ष के पास नंबर नहीं है, लेकिन ऐसे लोग हैं जो दूसरों को बताएंगे कि कैसे केंद्र सरकार जनता को पागल बना रही है। अब सवाल ये है कि सरकार गिराने लायक जब नंबर नहीं हैं, तो मकसद क्यों सरकार गिराने का है? विश्वास ये है कि जनता के मन में अविश्वास पैदा कर दें।'
टीएमसी ने किया तारीख बदलने की मांग
पूर्व रेल मंत्री व टीएमसी सांसद दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव संसद के लिए काफी महत्वपूर्ण है। हमने स्पीकर और सरकार को इसकी तारीख बदलने का निवेदन किया। हमने विरोध भी किया, लेकिन उन्हें समझाने में असफल रहे। इसलिए सभी सांसदों को दिल्ली बुलाया गया है। व्हिप भी जारी किया गया है। 21 जुलाई टीएमसी के लिए काफी महत्वपूर्ण दिन है। आज ही के दिन टीएमसी के 14 युवा कार्यकर्ता शहीद हुए थे। इसलिए हमारी पार्टी के सभी 34 सांसद आज व्यस्त हैं।