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कांग्रेस शासित राज्यों में दलितों पर अत्याचार पर क्यों चुप हैं राहुल और प्रियंका ? भाजपा ने साधा निशाना

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राजस्थान महाराष्ट्र और झारखंड में अनुसूचित जाति (एससी) के सदस्यों के खिलाफ अत्याचार की कथित घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि जो लोग खुद को दलित अधिकारों के पैरोकार के रूप में पेश करते हैं जबकि कांग्रेस शासित राज्यों में चुप्पी साध लेते हैं।

By TaniskEdited By: Published: Tue, 12 Oct 2021 06:17 PM (IST)Updated: Tue, 12 Oct 2021 06:17 PM (IST)
कांग्रेस शासित राज्यों में दलितों पर अत्याचार पर क्यों चुप हैं राहुल और प्रियंका ? भाजपा ने साधा निशाना
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ।

नई दिल्ली, प्रेट्र। भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा पर तीखा हमला बोला और कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों में दलितों पर हो रहे अत्याचार पर वे चुप क्यों हैं, वहां क्यों नहीं जा रहे हैं। मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में पत्रकार वार्ता में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राजस्थान, महाराष्ट्र और झारखंड में अनुसूचित जाति (एससी) के सदस्यों के खिलाफ अत्याचार की कथित घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि जो लोग खुद को दलित अधिकारों के पैरोकार के रूप में पेश करते हैं, जबकि कांग्रेस शासित राज्यों में वे खुद ऐसी घटनाओं की अनदेखी करते हैं और चुप्पी साध लेते हैं।

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लखीमपुर खीरी में हुई घटना को लेकर उन्होंने विभिन्न दलों के नेताओं के दौरों को राजनीतिक पर्यटन बताया और कहा कि ये लोग कांग्रेस शासित राज्यों में क्यों नहीं जाते जब वहां दलितों पर अत्याचार की घटनाएं होती हैं। यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, 'राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा दोनों खुद को दलित अधिकारों के चैंपियन के रूप में पेश करते हैं, लेकिन वे राजस्थान और अन्य राज्यों में अनुसूचित जातियों के खिलाफ अत्याचार पर चुप क्यों हैं?' उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस को राजस्थान में दलितों पर हो रहे अत्याचार से वोटों का नुकसान होगा, इसलिए वो उस पर चुप्पी साधे हैं, लेकिन दूसरे राज्यों में जाकर सड़क पर लड़ाई का प्रयास कर रहे हैं।

पत्रकार वार्ता में मौजूद भाजपा महासचिव दुष्यंत गौतम ने भी इसी तरह के आरोप लगाए और कहा कि कांग्रेस पार्टी ने दलितों के सबसे बड़े नेता बीआर आंबेडकर का अनादर किया और उन्हें कभी उचित सम्मान नहीं दिया। उन्होंने यह भी कहा कि जिस प्रकार से राजस्थान, झारखंड और अन्य राज्यों में घटनाएं हो रही हैं, लेकिन कुछ राजनीतिक दल इनका राजनीतिकरण कर रहे हैं। मरने वाली की जाति देखकर, मारने वाले धर्म देखकर या राज्य में किसकी सरकार है, ये देखकर राजनीति की जा रही है।


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