किसानों के बीच जागरुकता अभियान चलाएगी भाजपा, विपक्ष के दुष्प्रचार से करेगी आगाह
भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों का मानना है कि किसानों को आढ़तियों और बिचौलियों के चंगुल से मुक्त कराने के लिए इन सुधारों की सख्त जरूरत थी और इससे किसान को किसी तरह का नुकसान नहीं होने वाला है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कृषि सुधारों पर मचे राजनीतिक घमासान के बीच भाजपा किसानों के बीच जाकर इन विधेयकों के लाभ के बारे में बताने की रणनीति तैयार करने लगी है। इसके तहत किसानों को इन सुधारों की जरूरत और उससे उन्हें होने वाले लाभ के बारे में बताया जाएगा। माना जा रहा है कि पार्टी अगले कुछ दिनों में किसान जागरण अभियान की रूपरेखा जारी कर देगी। कोरोना के संकट को देखते हुए भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को अपने-अपने क्षेत्र में किसानों से संपर्क करने और व्यक्तिगत रूप से इन सुधारों के बारे में बताने के लिए कहा जा सकता है।
भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों का मानना है कि किसानों को आढ़तियों और बिचौलियों के चंगुल से मुक्त कराने के लिए इन सुधारों की सख्त जरूरत थी और इससे किसान को किसी तरह का नुकसान नहीं होने वाला है। यही नहीं, अगले दो सालों में किसानों की आमदनी दोगुनी करने के मोदी सरकार के लक्ष्य हासिल करने में भी यह सहायक होगा। लेकिन राजनीतिक कारणों से विपक्षी दल का इसका विरोध कर रहे हैं और किसानों के बीच गलतफहमी फैलाने की कोशिश की जा रही है। पूरी कवायद को राज्य सरकारों को जमीन पर उतारना है। विपक्षी दल शासित राज्यों में अड़चन पैदा करने की कोशिश हो सकती है। लिहाजा किसानों को तैयार कर राज्यों को विवश करना होगा।
पार्टी के सभी सांसद, विधायक और कार्यकर्ता किसानों के बीच जाएंगे
भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि किसानों के बीच यह संदेश जाना जरूरी है कि मंडी कानून और कांट्रैक्ट खेती में सुधार उनके हित में है और सरकार ने ऐसा करके सही दिशा में सही कदम उठाया है। किसानों के जागरूक होने से ही विपक्ष के दुष्प्रचार से उन्हें बचाया जा सकता है। उनके अनुसार किसानों को जागरूक करने के लिए जल्द ही पार्टी के सभी सांसदों, विधायकों, पदाधिकारियों, नेताओं और कार्यकर्ताओं को किसानों के बीच जागरूकता अभियान चलाने के लिए कहा जाएगा। इस अभियान के तहत किसानों के बीच इन संशोधनों से होने वाले लाभ को बताने वाली लिखित सामग्री भी दी जाएगी। इसे तैयार करने का काम शुरू हो गया है। इसके पहले भी भाजपा सरकार के बड़े फैसलों और उसकी उपलब्धियों से जनता को अवगत कराने के लिए इस तरह का जन-जागरण अभियान चलाती रही है।