भाजपा ने ममता पर लगाया अराजकता फैलाने का आरोप, चुनाव आयोग में दर्ज कराई शिकायत
सीतारमण ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में भाजपा के उभार से घबरा गई है। यही वजह है कि वह भगवा पार्टी के कार्यक्रमों पर बंदिश लगा रही है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और भाजपा में छिड़ी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। बंगाल में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हेलीकॉप्टर को उतरने की अनुमति देने में ममता सरकार की आनाकानी करने का मुद्दा अब चुनाव आयोग तक पहुंच गया है।
पश्चिम बंगाल में भय मुक्त माहौल में चुनाव कराने की मांग
भाजपा नेताओं ने ममता बनर्जी पर अलोकतांत्रिक तरीके से काम करने का आरोप लगाया है। सोमवार को निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मिलकर ममता बनर्जी पर तानाशाही करने का आरोप लगाया और एक ज्ञापन सौंपा।
भाजपा नेताओं ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए पश्चिम बंगाल सरकार पर लगातार भाजपा नेताओं की रैलियों में अड़चन पैदा करने का आरोप लगाया। उन्होंने आयोग से ऐसे अधिकारियों को हटाने की मांग की, जो लोकतंत्र के खिलाफ काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल में काम कर रहे ऐसे सभी अधिकारियों को हटाया जाए, ताकि चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल में भय मुक्त और स्वतंत्र माहौल पैदा हो सके।
चुनाव आयोग पहुंचे केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बाद में कहा कि तृणमूल कांग्रेस लोकतंत्र में यकीन नहीं करती है। सीतारमण ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में भाजपा के उभार से घबरा गई है। यही वजह है कि वह भगवा पार्टी के कार्यक्रमों पर बंदिश लगा रही है और यहां तक कि कुछ रैलियां होने भी नहीं दे रही हैं।
रविवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पश्चिम बंगाल के बालुरघाट में एक रैली थी। लेकिन, ममता सरकार ने योगी को इसमें शामिल होने की इजाजत नहीं दी। यहां तक कि उनका हेलीकॉप्टर तक बंगाल में लैंड होने नहीं दिया गया। इससे पहले भाजपा अध्यक्ष के हेलिकॉप्टर को उतरने की इजाजत नहीं दी गई थी।
योगी का हेलीकॉप्टर उतरने की इजाजत नहीं देने पर भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी राज्य सरकार को घेरा। उन्होंने इस कदम को अलोकतांत्रिक और फासीवादी बताया। प्रसाद ने कहा कि यह ममता बनर्जी और तृणमूल के तानाशाही रिकॉर्ड का दुखद और निंदनीय सच है।