Bihar Election: महागठबंधन की चुनावी रणनीति को परवान चढ़ा रही कांग्रेस
अंदरूनी सर्वे और जमीनी फीडबैक से उत्साहित पार्टी अब बड़े नेताओं की फौज मैदान में उतार रही। पार्टी सूत्रों ने कहा कि अलग-अलग सर्वे और फीडबैक से साफ है सूबे में सत्ता विरोधी भावनाएं जोर पकड़ रही हैं और महागठबंधन को इसका सियासी फायदा मिल सकता है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। बिहार में चुनाव अभियान के जोर पकड़ने के साथ ही महागठबंधन की उम्मीदें भी परवान चढ़ने लगी है। चुनावी मिजाज को लेकर पार्टी के अंदरूनी सर्वे और जमीनी फीडबैक से उत्साहित कांग्रेस ने महागठबंधन के प्रचार अभियान में अपने बड़े नेताओं को उतार कर पूरी ताकत झोंकने की रणनीति बनाई है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की चुनावी सभाएं वैसे तो 23 अक्टूबर से शुरू हो रही हैं मगर पार्टी ने अपने स्टार प्रचारकों और मुख्यमंत्रियों को प्रचार अभियान में उतार दिया है।
बिहार में कांग्रेस अपने चुनाव अभियान के साथ ही महागठबंधन की प्रचार रणनीति के संचालन में भी मुख्य सूत्रधार की भूमिका निभा रही है। राजद के चुनाव की रीति-नीति का पूरा जिम्मा तेजस्वी यादव पर है। ऐसे में लालू प्रसाद की गैरमौजूदगी में सियासी परिपक्वता के साथ महागठबंधन का चुनावी अभियान पूरी तरह टै्रक पर रहे इसका जिम्मा दिल्ली से गए कांग्रेस के वरिष्ठ रणनीतिकार संभाल रहे हैं।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि अलग-अलग सर्वे और फीडबैक से साफ है सूबे में सत्ता विरोधी भावनाएं जोर पकड़ रही हैं और महागठबंधन को इसका सियासी फायदा मिल सकता है। इसीलिए कांग्रेस के प्रमुख चेहरों को चुनाव प्रचार में उतारने की गति बढ़ा दी गई है। राजबब्बर, शक्ति सिंह गोहिल, तारिक अनवर के साथ रणदीप सुरजेवाला मैदान में उतर चुके हैं। कांग्रेस ने इसी रणनीति के तहत छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का चुनावी कार्यक्रम बना रही है। बघेल रविवार को बिहार का एक दिन का चुनावी दौरा कर भी चुके हैं। इसी तरह राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की रैलियों के कार्यक्रम बन रहे हैं। पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के भी बिहार के चुनावी दौरे पर जाने की बात कही जा रही है।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी की चुनावी रैलियों की संख्या में भी इजाफा किया जाएगा। साथ ही महागठबंधन की मजबूती का संदेश देने के लिए राहुल और तेजस्वी की संयुक्त रैली की रूपरेखा भी तैयार की जा रही है। राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को भी पार्टी की ओर से चुनावी दौरे करने के लिए कहा गया है।