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मोदी सरकार का बड़ा ऐलान, आतंकियों के खौफ में जी रहे J&K के पंच और संरपचों को मिलेगी सुरक्षा

गृह मंत्री अमित शाह के साथ हुई बैठक में जम्मू-कश्मीर के पंच-सरपंचों के साथ पीएमओ में मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह भी मौजूद रहे।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 03 Sep 2019 09:30 PM (IST)Updated: Tue, 03 Sep 2019 09:48 PM (IST)
मोदी सरकार का बड़ा ऐलान, आतंकियों के खौफ में जी रहे J&K के पंच और संरपचों को मिलेगी सुरक्षा
मोदी सरकार का बड़ा ऐलान, आतंकियों के खौफ में जी रहे J&K के पंच और संरपचों को मिलेगी सुरक्षा

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद राज्य की स्थिति को तेजी से सामान्य बनाने में जुटी केंद्र सरकार ने मंगलवार को एक बड़ा ऐलान किया है। इससे तहत आतंकियों के खौफ से मुकाबला कर रहे जम्मू-कश्मीर के पंच और सरपंचों को सरकार अब सुरक्षा भी देगी। साथ ही उन्हें दो लाख का जीवन बीमा भी दिया जाएगा।

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प्रत्येक गांव के पांच युवकों को सरकारी नौकरी

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर से आए लगभग डेढ़ दर्जन पंच और सरपंचों से मुलाकात में यह बात कही। इसकी जानकारी पंचों ने ही दी। इसके साथ ही उन्होंने पंच-सरपंचों की ओर से आने वाले दिनों में निकलने वाली भर्तियों में प्रत्येक गांव के कम से कम पांच युवकों को सरकारी नौकरी देने की मांग को भी पूरा करने का भरोसा दिया।

संरपचों के सुझावों पर अमल का भरोसा

राज्य के भाईचारे और सौहा‌र्द्र को मजबूत बनाने के लिए पंच और संरपचों के बाकी सुझावों पर भी अमल का भरोसा दिया। यह सुरक्षा उन्हीं पंच और सरपंचों को दी जाएगी, जिन्हें ज्यादा खतरा है।

पंच और संरपचों को सुरक्षा

गृहमंत्री से मुलाकात करने आए दल में शामिल कुपवाड़ा के सरपंच मीर जुनैद ने कहा कि गृह मंत्री से उनकी मुलाकात अच्छी रही है। उन्होंने हमें भरोसा दिया है कि जल्द ही प्रशासन उन्हें सुरक्षा मुहैया कराएगा। जुनैद कश्मीर विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष भी रहे है।

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पंच और सरपंचों को दो लाख का बीमा

इसी तरह श्रीनगर जिले के हरवन गांव के सरपंच जुबेर निशाद भट ने बताया कि सुरक्षा के साथ सभी पंच और सरपंचों को दो लाख की बीमा देने की भी गृह मंत्री ने भरोसा दिया है। इसके साथ ही गृह मंत्री ने अगले 15-20 दिनों में राज्य में मोबाइल सेवा शुरु हो जाने की भी जानकारी दी है।

जुनैद ने बताया कि गृह मंत्री ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर के हालात पूरी तरह से बदलने का भरोसा दिया है। जिसे पर पूरा करने में जुटे हुए है। राज्यों में पिछले छह सालों के बाद पंचायत के चुनाव इस दिशा में एक बड़ा कदम है।

प्रतिबंध धीरे-धीरे खत्म कर दिए जाएंगे

गृह मंत्री के साथ हुई इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के पंच-सरपंचों के साथ पीएमओ में मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव के पांच युवकों को नौकरी देने का फैसला मेरिट के आधार पर होगी। जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश में लगे प्रतिबंध भी धीरे-धीरे खत्म कर दिए जाएंगे। कुलगाम की सरपंच ने ढ़ाई हजार रुपये का वेतन बढ़ाने की मांग की और गृहमंत्री ने उन्हें भी विचार का भरोसा दिया।

ध्यान रहे कि कुछ महीने पहले ही साढ़े चार हजार पंचायतों में लगभग 35 हजार पंच और सरपंच चुनकर आए थे। केंद्र सरकार की ओर से विकास का जो रोडमैप तैयार किया जा रहा है उसके क्रियान्वयन में भी ये पंच अहम भूमिका निभाएंगे।

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शाह और नड्डा ने की जगमोहन से मुलाकात

जम्मू-कश्मीर के विकास में बाधा रहे अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद इसके लिए जनसंपर्क में जुटे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रदेश के पूर्व राज्यपाल जगमोहन से मुलाकात की। जनसंपर्क का यह अभियान एक सितंबर से 30 सितंबर तक चलेगा। इसके तहत पार्टी नेताओं को देश भर में जनता के बीच इसकी जानकारी देना है।

इस फैसले के बाद राज्य में आए बदलाव से भी अवगत कराना है। इसी बीच जगमोहन के साथ हुई मुलाकात को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट भी किया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है।

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