भाजपा ने बनाई रणनीति, शहर से लेकर गांव तक पहुंचेंगे नेता एवं कार्यकर्ता, Gorakhpur News
इसी रणनीति के तहत चार सितंबर से 17 सितंबर तक स्वच्छता रक्तदान हेल्थ चेकअप आई कैंप दिव्यांगों को गोद लेने जैसे अनेक सेवा अभियान शुरू कर दिया गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय एकता अभियान के तहत सितंबर से लेकर 31 अक्टूबर तक जन जागण और संपर्क अभियान शुरू हो गया है। दो माह तक चलने वाले इस कार्यक्रम के माध्यम से भाजपा नेता एवं कार्यकर्ता शहर से लेकर गांव तक के लोगों से संपर्क करेंगे और राष्ट्रीय स्तर से लेकर क्षेत्रीय स्तर तक की समस्याओं के बारे में जानकारी देंगे। इसमें जम्मू-कश्मीर-लद्दाख में अनुच्छेद 370 और 35ए के लगने के नुकसान और हटने के फायदे को लेकर सही वस्तुस्थिति की जानकारी दी जाएगी। साथ ही उदबोधन दिवस भी मनाया जाएगा। इसके लिए राष्ट्रीय स्तर से लेकर जिले स्तर तक की तैयारी की गई है।
भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री राजेश त्रिपाठी ने कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय नेतृत्व के अनुरूप राष्ट्रीय एकता अभियान के तहत जन जागरण और संपर्क की रणनीति बनाई गई है। इसी रणनीति के तहत चार सितंबर से 17 सितंबर तक स्वच्छता, रक्तदान, हेल्थ चेकअप, आई कैंप, दिव्यांगों को गोद लेने जैसे अनेक सेवा अभियान शुरू कर दिया गया है। अमेरिका के शिकागो में स्वामी विवेकानंद द्वारा दिए गए विश्व प्रसिद्ध उद्बोधन को उदबोधन दिवस के रूप में मनाया जाएगा। स्वामी विवेकानंद ने 12 सितंबर को शिकागो में उदबोधन दिया था। यह कार्यक्रम 12 सितंबर से 30 सितंबर तक चलेगा। इसके लिए देश भर में जन सभाएं होंगी। इसमें गोरखपुर क्षेत्र के भी 10 जनपदों में भी जनसभाएं होंगी। सभा में समाज के सभी वर्गों के प्रबुद्ध जनों को आमंत्रित किया जाएगा। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने जन जागरण अभियान के प्रदेश प्रभारी पंकज सिंह और संपर्क अभियान के प्रदेश प्रभारी सलिल विश्नोई संग बातचीत कर सभी क्षेत्रों और जिलों के संयोजकों को जिम्मेदारियां सौंप दी हैं। जहां तक अक्टूबर की बात है तो महात्मा गांधी के जन्म दिवस दो अक्टूबर से लेकर सरदार बल्लभ भाई पटेल के जन्मदिवस 31 अक्टूबर तक पूरे महीने कार्यक्रम होंगे। इसमें हर सांसद के नेतृत्व में लोकसभा क्षेत्रों के सभी विधान सभाओं के अनेक गाँवों में स्वच्छता, जल संरक्षण, प्लास्टिक उन्मूलन जैसी राष्ट्रहित से जुड़े मामले के बारे में जन जागरण अभियान चलाया जाएगा। इसमें 150 किलोमीटर पद यात्राएं की जाएंगी। इतना ही नहीं, हर लोक सभा क्षेत्र में कम से कम पाँच सर्वोच्च प्रतिष्ठित, ख्यातिलब्ध शख्सियतों से शीर्षस्थ नेतृत्व के लोग मुलाकात करेंगे।