कार्यसमिति बैठक से पूर्व सिद्धू इस्तीफा प्रकरण खत्म कराने में जुटी कांग्रेस, जानें किन विकल्पों पर पार्टी कर रही विचार
पंजाब कांग्रेस का अंदरूनी घमासान खत्म करने के लिए पार्टी हाईकमान गुरुवार को नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफा प्रकरण पर निर्णायक बातचीत करेगा। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस अब सख्ती के मूड में है। जानें कांग्रेस नेतृत्व किन विकल्पों पर कर रहा है विचार।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। पंजाब कांग्रेस का अंदरूनी घमासान खत्म करने के लिए पार्टी हाईकमान गुरुवार को नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफा प्रकरण पर निर्णायक बातचीत करेगा। पार्टी नेतृत्व ने अब मन बना लिया है कि सिद्धू जिद छोड़कर लचीला रुख अपनाने में देरी करेंगे तो उनके विकल्प पर फैसला करने में देरी नहीं की जाएगी। कांग्रेस नेतृत्व कार्यसमिति की 16 अक्टूबर को होने वाली बैठक से पूर्व पंजाब की उठापटक के ताजा अध्याय को खत्म करने की पूरी कोशिश में जुटा है।
यह है नेतृत्व की चिंता की वजह
पंजाब में पार्टी के घमासान को जल्द खत्म करने को लेकर नेतृत्व की चिंता की वजह दरअसल कार्यसमिति की प्रस्तावित बैठक है जिसमें कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने और उसके बाद सिद्धू के इस्तीफे से हुई किरकिरी का मुद्दा उठाए जाने की पूरी संभावना है। पार्टी के असंतुष्ट नेताओं ने पंजाब कांग्रेस में हुए राजनीतिक बदलाव को लेकर न केवल गंभीर सवाल उठाए बल्कि कैप्टन जैसे दिग्गज को किनारे किए जाने के फैसले पर हैरत का इजहार किया।
कार्यसमिति की बैठक बुलाए जाने की मांग
हटाए जाने से खफा कैप्टन अमरिंदर कांग्रेस छोड़ने की अपनी मंशा का एलान कर चुके हैं और इसके बाद ही असंतुष्ट नेताओं की तरफ से पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कार्यसमिति की बैठक बुलाए जाने की मांग की गई। असंतुष्ट समूह की अगुआई कर रहे वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कार्यसमिति की बैठक बुलाने की मांग की तो कपिल सिब्बल ने वरिष्ठ नेताओं के पार्टी छोड़ने को लेकर नेतृत्व को कठघरे में खड़ा किया था।
सिद्धू को किया तलब
कार्यसमिति की बैठक में पंजाब प्रकरण का मुद्दा उठाए जाने की आशंका को देखते हुए पार्टी नेतृत्व सिद्धू के इस्तीफा प्रकरण पर आर-पार का फैसला करने की कोशिश कर रहा है। इसीलिए हाईकमान ने सिद्धू को गुरुवार को निर्णायक बातचीत के लिए तलब किया है।
इस्तीफा मंजूर करने का भी विकल्प
पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने एक दिन पूर्व ही सिद्धू के साथ होने वाली इस बैठक की घोषणा कर दी थी। रावत के साथ पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल सिद्धू से बातचीत कर उन्हें इस्तीफा वापस लेने के लिए समझाएंगे। संकेत हैं कि सिद्धू इस्तीफा वापस लेकर विवाद खत्म करने के इच्छुक हैं, लेकिन इसके लिए उन्होंने अपनी शर्तों की फेहरिस्त बढ़ाई तो हाईकमान उनका इस्तीफा मंजूर करने के लिए भी तैयार है।