Ayodhya Land Case: निर्मोही अखाड़ा से बोले CJI- अगले दो घंटे में दस्तावेज सबूत पेश करें
अयोध्या जन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज दूसरे दिन की सुनवाई चल रही है। इस मामले में रोजाना सुनवाई हो रही है।
माला दीक्षित, जेएनएन। अयोध्या जन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज दूसरे दिन की सुनवाई चल रही है। अयोध्या भूमि विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट(Supreme Court) ने निर्मोही अखाड़ा से दस्तावेज से जुड़े सबूतों पर अपना अधिकार साबित करने के लिए कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने पूछा है कि क्या आपके पास कुर्की से पहले राम जन्मभूमि के कब्जे का मौखिक या लिखित सबूत रिकॉर्ड में है ? जिसके जवाब में निर्मोही अखाड़ा ने कहा है, ' 1982 में एक डकैती हुई थी, इसमें उन्होंने रिकॉर्ड खो दिए।
इस बीच परासरन ने वाल्मीकि रामायण का हवाला देते हुए कहा कि भगवान राम का अयोध्या मे जन्म हुआ था। ये रामजन्मभूमि है। इतने लंबे समय बाद ये साबित करना मुश्किल है कि जन्म ठीक किस जगह हुआ था लेकिन लाखों लोगों की आस्था और विश्वास है कि यह राम जन्म स्थान है।
#Ayodhya परासरन ने वाल्मीकि रामायण का हवाला देते हुए कहा कि भगवान राम का अयोध्या मे जन्म हुआ था। ये रामजन्मभूमि है।इतने लंबे समय बाद ये साबित करना मुश्किल है कि जन्म ठीक किस जगह हुआ था लेकिन लाखों लोगों की आस्था और विश्वास है कि यह राम जन्मस्थान है।@JagranNews — Mala Dixit (@mdixitjagran) August 7, 2019
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने निर्मोही अखाड़ा के वकील सुशील कुमार जैन से कहा है कि वो अगले दो घंटे में मौखिक या दस्तावेज से जुड़े सबूत देखना चाहेंगे। न्यायमूर्ति धनंजय चंद्रचूड़ ने कहा है, 'हमें मूल दस्तावेज दिखाएं। निर्मोही अखाड़ा के वकील सुशील कुमार जैन ने इसके जवाब में कहा कि इससे संबंधित दस्तावेज इलाहाबाद हाईकोर्ट(Allahabad High Court) की जजमेंच के हवाले है।
CJI Ranjan Gogoi asks Sushil Kumar Jain, lawyer for Nirmohi Akahara, "In the next two hours, we would like to see the oral and documentary evidence."Justice Dhananjay Chandrachud says "show us the original documents,". Jain replied documents are quoted in Allahabad (HC) Judgment. https://t.co/nDbH9mDDPc" rel="nofollow — ANI (@ANI) August 7, 2019
निर्मोही अखाड़ा के वकील सुशील कुमार जैन इस मामले पर आज बहस कर रहे हैं। आज सुनवाई में निर्मोही अखाड़ा ने कहा कि वह ओनरशिप और क़ब्ज़े की मांग कर रहे हैं। ओनरशिप का मतलब मालिकाना हक नही बल्कि क़ब्ज़े से है। उनका कहना है कि उन्हें रामजन्मभूमि पर क़ब्ज़ा दिया जाए।
#Ayodhya निर्मोही अखाड़ा ने कहा कि वह ओनरशिप और क़ब्ज़े की मांग कर रहे हैं। ओनरशिप का मतलब मालिकाना हक नही बल्कि क़ब्ज़े से है। उन्हे रामजन्मभूमि पर क़ब्ज़ा दिया जाए।@JagranNews
— Mala Dixit (@mdixitjagran) August 7, 2019
बता दें, सुप्रीम कोर्ट अयोध्या भूमि विवाद मामले पर मंगलवार से रोजाना सुनवाई कर रहा है। मध्यस्थता के माध्यम से कोई आसान हल नहीं निकलने पर सुप्री कोर्ट मे मामले की रोजाना सुनवाई करने का फैसला किया है। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ मामले की सुनवाई कर रही है।
इससे पहले आरएसएस के पूर्व विचारक केएन गोविंदाचार्य ने एक याचिका दायर किया था। इसमें उन्होंने अयोध्या मामले की प्रतिदिन सुनवाई के लाइव प्रसारण या रिकॉर्डिंग का अनुरोध किया। न्यायमूर्ति एयए बोबडे और न्यायमूर्ति बीआर गवई की पीठ के सामने उन्होंने अपनी इस याचिका पर तत्काल सुनवाई का अनुरोध किया था।
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