Ayodhya Case Verdict 2019 Social Media Reaction: जानें, अयोध्या फैसले पर किसने क्या कहा ?
Ayodhya Case Verdict 2019 अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट आज फैसला आ गया है इसपर नेताओं के साथ कई हस्तियां अपनी प्रतिक्रिया दे रही हैं।
नई दिल्ली, एजेंसी। Ayodhya Case Verdict 2019, सुप्रीम कोर्ट ने आज देश के सबसे चर्चित अयोध्या भूमि विवाद मामले में फैसला सुनाया है।अयोध्या भूमि विवाद मामले में एक ऐतिहासिक फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को केंद्र सरकार को तीन महीने के भीतर एक ट्रस्ट बनाने का निर्देश दिया, जो विवादित स्थल पर मंदिर का निर्माण करेगा।
इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को किसी अन्य उपयुक्त जगह पर वैकल्पिक पांच एकड़ जमीन दी जानी चाहिए। मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली 5 सदस्यीय पीठ ने एकमत से यह फैसला सुनाया है। अयोध्या केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद में राजनीतिक हस्तियों से लेकर सोशल मीडिया तक लोगों की प्रतिक्रिया आ रही है।
Ayodhya Case Verdict 2019 Social Media Reaction:
राहुल गांधी
अयोध्या मामले पर कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हुए हम सब को आपसी सद्भाव बनाए रखना है। ये वक्त हम सभी भारतीयों के बीच बन्धुत्व, विश्वास और प्रेम का है।
सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मुद्दे पर अपना फैसला सुना दिया है। कोर्ट के इस फैसले का सम्मान करते हुए हम सब को आपसी सद्भाव बनाए रखना है। ये वक्त हम सभी भारतीयों के बीच बन्धुत्व,विश्वास और प्रेम का है।
#AyodhyaVerdict— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 9, 2019
राज ठाकरे
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना(मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट पर खुशी जताई है।उन्होंने कहा कि राम मंदिर के साथ-साथ राष्ट्र में राम राज्यभी होना चाहिए, यही मेरी इच्छा है।
असदुद्दीन ओवैसी
अयोध्या मामले पर एआइएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि वह इस फैसले से संतुष्ट नहीं है। ओवैसी ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट वास्तव में सर्वोच्च है लेकिन अचूक नहीं है। हमें संविधान पर पूरा भरोसा है, हम अपने हक के लिए लड़ रहे थे, हमें दान के रूप में 5 एकड़ जमीन की जरूरत नहीं है। हमें इस 5 एकड़ भूमि के प्रस्ताव को अस्वीकार करना चाहिए, हमें संरक्षण नहीं देना चाहिए।
अजमेर शरीफ़ दरगाह दीवान का बयान
अयोध्या के फैसले पर अजमेर शरीफ़ दरगाह दीवान के सैयद ज़ैनुल आबेदीन ने कहा है कि यह किसी की जीत या हार नहीं है। हमें सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को स्वीकार करना चाहिए। जो कुछ भी हुआ है, वह राष्ट्र के हित में है और हमें विवाद का अंत यहीं करना चाहिए।
उमा भारती
भाजपा की नेता उमा भारती ने अयोध्या पर आए फैसले को कहा कि कोर्ट ने एक निष्पक्ष किंतु दिव्य निर्णय दिया है। मैं आडवाणी जी के घर में उनको माथा टेकने आई हूं। आडवाणी जी ही वह व्यक्ति थे जिन्होंने स्यूडो-सेक्युलर को चैलेंज किया था। उनकी ही बदौलत आज हम यहां तक पहुंचे हैं।
#WATCH Uma Bharti,BJP on #AyodhyaVerdict: Court ne ek nishpaksh kintu divya nirnaya diya hai. Main Advani ji ke ghar mein unko maatha tekne aayi hoon, Advani ji hi veh vyakti the jinhone pseudo-secularism ko challenge kiya tha...unhi ki badaulat aaj hum yahan tak pahunche hain. pic.twitter.com/YYtY4RCz06 — ANI (@ANI) November 9, 2019
बाबा रामदेव
अयोध्या पर कोर्ट के फैसले का बाबा रामदेव ने स्वागत करते हुए कि यह एक ऐतिहासिक फैसला है। अब राम मंदिर बनेग। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुस्लिम पक्ष को वैकल्पिक भूमिल आवंटित करने का निर्णय स्वागत योग्य है। उन्होंने साथ ही अपील की कि हिंदू भाइयों को मस्जिद के निर्माण में भी मदद करनी चाहिए।
मोहन भागवत
अयोध्या मामले पर फैसले के बाद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि हम सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का स्वागत करते हैं। यह मामला दशकों से चल रहा था और यह सही निष्कर्ष पर पहुंच गया है। इसे जीत या हानि के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। हम समाज में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए सभी के प्रयासों का भी स्वागत करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने अयोध्या विवाद मामले पर फैसले के बाद पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट करते हुए फैसले का स्वागत किया है और कहा है कि इसे किसी की हार-जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
Prime Minister Narendra Modi tweets on #AyodhyaJudgment pic.twitter.com/TOKhgi33Jy
— ANI (@ANI) November 9, 2019
अमित शाह
अयोध्या विवाद पर आए फैसले के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि श्रीराम जन्मभूमि पर सर्वसम्मति से आये सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का मैं स्वागत करता हूं।
श्री श्री रविशंकर
वहीं अयोध्या पर फैसले पर बोलते हुए श्री श्री रविशंकर ने कहा है कि यह एक ऐतिहासिक निर्णय है, मैं इसका स्वागत करता हूं। यह मामला लंबे समय से चल रहा था और आखिरकार यह एक निष्कर्ष पर पहुंच गया है। समाज में शांति और सद्भाव बनाए रखा जाना चाहिए।
ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कमाल फारुकी ने अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कहा है कि इसके बदले 100 एकड़ जमीन भी दे तो भी कोई फायदा नहीं है। हमारी 67 एकड़ जमीन अभी भी ले रखी है तो इसके बाद 5 एकड़ दे रहे हैं। यह कहां का इंसाफ है ?
Kamaal Faruqi,All India Muslim Personal Law Board:Iske badle hume 100 acre zameen bhi de to koi fayda nahi hai.Hamari 67 acre zameen already acquire ki huyi hai to humko daan mein kya de rahe hain vo?Humari 67 acre zameen lene ke baad 5 acre de rahe hain. Ye kahan ka insaaf hai? pic.twitter.com/Pdgyhmhv7Z
— ANI (@ANI) November 9, 2019
चेतन भगत
लेखक चेतन भगत ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कोर्ट का धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा है कि आपकी कृपा और उदारता के लिए पूरे मुस्लिम समुदाय को धन्यवाद। उनके धैर्य के लिए हिंदू समुदाय को धन्यवाद। राम के जन्मस्थान के रूप में भारत बरकरार है। जय श्री राम।
Thank you SC. Thank you to the entire Muslim community for your grace and generosity. Thank you to the Hindu community for their patience. India remains intact, as does the birthplace of Ram. Jai Shri Ram. #AyodhyaVerdict
— Chetan Bhagat (@chetan_bhagat) November 9, 2019
रणदीप सुरजेवाला
अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ चुका है और हम राम मंदिर के निर्माण के पक्ष में हैं। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि इस फैसले ने न केवल मंदिर के निर्माण के लिए दरवाजे खोले बल्कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने के लिए भाजपा और अन्य लोगों के लिए दरवाजे भी बंद कर दिए।
#WATCH Randeep Surjewala,Congress on being asked by media if Temple should be constructed on Ayodhya site: Supreme Court ka nirnay aa chuka hai, svabhavik taur pe aapke sawal ka jawab haan mein hai, Bhartiye Rashtriye Congress Bhagwan Shri Ram ke Mandir ke nirman ki pakshdhar hai pic.twitter.com/vkg3Z1xGlA
— ANI (@ANI) November 9, 2019
तारेक फतेह
अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पाकिस्तान के स्कॉलर तारेक फतेह ने कहा है कि 90 साल पुराने राम जन्मभूमि मामले को एक सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझाया है। तारेक फतेह ने ट्वीट करते हुए इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इससे दोनों ही पक्षों की इस मामले में जीत हुई है, क्योंकि मस्जिद बनाने के लिए एक नई जमीन आवंटित की जाने वाली है।
India’s Supreme Court gives a win-win #AyodhyaVerdict: #MandirWahiBanega while new land will be allocated to build a mosque in the area. 90-year old Ram Janmabhoomi-Babri Masjid case comes to an amicable resolution - @TimesOfIndia https://t.co/jgUctW5SnJ" rel="nofollow
— Tarek Fatah (@TarekFatah) November 9, 2019
राजनाथ सिंह
अयोध्या फैसले पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि यह एक ऐतिहासिक फैसला है। जनता से शांति और शांति बनाए रखने की अपील की।
#WATCH "It is a historic and landmark judgement," says Defence Minister Rajnath Singh on #AyodhyaJudgment pic.twitter.com/0hKNBV79Co
— ANI (@ANI) November 9, 2019
इकबाल अंसारी, मुस्लिम पक्षकार
अयोध्या विवाद मामले में मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा है कि मुझे खुशी है कि सुप्रीम कोर्ट ने आखिरकार फैसला सुनाया, मैं अदालत के फैसले का सम्मान करता हूं।
अरविंद केजरीवाल
अयोध्या फैसले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद SC की बेंच के पाँचों जजों ने एकमत से आज अपना निर्णय दिया। हम SC के फ़ैसले का स्वागत करते हैं। कई दशकों के विवाद पर आज SC ने निर्णय दिया। वर्षों पुराना विवाद आज ख़त्म हुआ। मेरी सभी लोगों से अपील है कि शांति एवं सौहार्द बनाए रखें।
नीतीश कुमार
अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सभी को स्वागत करना चाहिए, यह सामाजिक समरसता के लिए फायदेमंद होगा। इस मुद्दे पर कोई और विवाद नहीं होना चाहिए, यही मेरी लोगों से अपील है।
नितिन गडकरी
अयोध्या फैसले पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने का है कि हर किसी को सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानना चाहिए और शांति बनाए रखना चाहिए।
महंत नृत्य गोपाल
अयोध्या फैसले पर महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा कि न्यास जल्द ही मंदिर निर्माण का कार्य शुरू करेगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या में बहुत सारी जमीन बची है । मुस्लिम पक्ष को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार कहीं भी भूमि आवंटित की जा सकती है । इसमें हमें कोई आपत्ति नहीं है।
जफरयाब जिलानी
सु्न्नी वक्फ बोर्ड के वकील जफरयाब जिलानी ने फैसले पर कहा है कि हम इस निर्णय का सम्मान करते हैं लेकिन हम संतुष्ट नहीं हैं, हम आगे की कार्रवाई का फैसला करेंगे।
हिंदू महासभा के वकील
हिंदू महासभा के वकीलों ने अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने कहा कि इस फैसले के साथ सर्वोच्च न्यायालय ने विविधता में एकता का संदेश दिया है।
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