Attack on Doctors in Indore: डॉक्टरों पर हमले पर शिवराज सिंह सख्त, कहा- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
शिवराज ने इंदौर की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि घटना में शामिल सभी अराजक तत्वों को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा। पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
भोपाल, जेएनएन। इंदौर में कोरोना संक्रमण की स्क्रीनिंग करने पहुंची डॉक्टरों की टीम पर हमले को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख्त रुख दिखाया है। शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ लड़ने वाले डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, आशा कार्यकर्ता, राजस्व अमला, नगरीय निकाय के कर्मचारियों से अपील की है कि वे कोरोना के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखें। उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ये सिर्फ़ एक ट्वीट नहीं है। ये कड़ी चेतावनी है...मानवाधिकार सिर्फ़ मानवों के लिए होते है।
ये सिर्फ़ एक ट्वीट नहीं है।
ये कड़ी चेतावनी है...
मानवाधिकार सिर्फ़ मानवों के लिए होते है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 2, 2020
शिवराज ने इंदौर की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि घटना में शामिल सभी अराजक तत्वों को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा। पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। कुछ को गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। सीएम ने कहा कि ऐसे लोग केवल मुट्ठी भर हैं, जो मानवता की सेवा करने वालों के खिलाफ ऐसा रवैया अख्तियार कर रहे हैं। फिर भी पीड़ित मानवता को बचाने के लिए आपके काम में कोई बाधा डालेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। दोषियों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। सीएम ने कहा कि लोगों की जिंदगी के लिए जरूरी है कि आप अपने काम में जुटे रहें। मैं आपकी कर्तव्यनिष्ठा को प्रणाम करता हूं. मैं और पूरा प्रदेश आपके साथ है।
#COVID19 के खिलाफ युद्ध लड़ने वाले मेरे सभी डॉक्टर्स, नर्सेज़, पैरामेडिकल स्टाफ, ANM, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और नगरीय निकाय कर्मचारी, आप #Corona के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखें, आपकी सम्पूर्ण सुरक्षा की ज़िम्मेदारी मेरी है!
मैं आपकी कर्तव्यनिष्ठा को प्रणाम करता हूँ! pic.twitter.com/zAfUS380aw
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 2, 2020
जानें- क्या है मामला?
दरअसल इंदौर के टाट पट्टी बाखल इलाके में बीते दिनों एक शख्स की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी। उसके संपर्क में जो लोग भी आए थे, स्वास्थ्य विभाग की टीम उनकी स्क्रीनिंग के लिए गई थी, लेकिन सहयोग तो दूर लोगों ने स्वास्थ्य विभाग की टीम का विरोध करना शुरू कर दिया। इसके बाद भीड़ गुस्सा गई और टीम के साथ मारपीट की। मारपीट के बाद भीड़ ने टीम के सदस्यों पर पथराव कर दिया। गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए इस इलाके को सील किया गया था और सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग भी की गई थी, जिसे गुस्साई भीड़ ने तोड़ दिया था।