राष्ट्रपति कोविंद बोले- अटलजी से प्रभावित होकर राजनीति में आया
वह वाजपेयी ही थे जिनकी राजनीतिक हैसियत और सज्जनता ने उन्हें (कोविंद को) वकालत छोड़कर राजनीति में आने के लिए प्रेरित किया था।
नई दिल्ली [प्रेट्र]। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है। वह वाजपेयी ही थे जिनकी राजनीतिक हैसियत और सज्जनता ने उन्हें (कोविंद को) वकालत छोड़कर राजनीति में आने के लिए प्रेरित किया था।
वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने अपनी भावनाएं एक पत्र के माध्यम से व्यक्त की हैं। उन्होंने यह पत्र वाजपेयी की दत्तक पुत्री नमिता भट्टाचार्य को दिया है। पत्र में कोविंद ने कहा है कि वाजपेयी के साथ काम करना उनके जीवन का न भुलाया जाने वाला अनुभव है।
उन्होंने लिखा, 'अटलजी का निधन आपके और अन्य परिजनों के लिए व्यक्तिगत नुकसान है। यह मेरे लिए भी निजी क्षति है। अटलजी के व्यक्तित्व से प्रभावित होकर ही मैं उनके साथ काम करने के लिए सार्वजनिक जीवन में आया था। सालों बाद राष्ट्रपति बनने के बाद जब मैं उनसे मिलने गया तो वह अशक्त अवस्था में बिस्तर पर थे। वह मौन रहते हुए भी आंखों के माध्यम अपनी बात कह रहे थे। निश्चित ही उन्होंने मुझे मौन आशीर्वाद दिया था।'
राष्ट्रपति ने कहा कि देश के लाखों घरों में रहने वाले लोगों ने वाजपेयी के निधन से हुए नुकसान को महसूस किया है। वह हमारे सबसे ज्यादा प्रिय पूर्व प्रधानमंत्री और दुर्लभ गुणों वाले राजनेता थे। अपने गुणों के चलते वह समूची भारतीय राजनीति के लिए प्रेरणादायी व्यक्तित्व थे। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी, बुद्धिजीवी, लेखक और कवि के रूप में भी देश की सेवा की। विशाल हृदय वाले अटलजी के निधन से भारत ही नहीं पूरी दुनिया ने नुकसान महसूस किया है।