VIDEO : 13 दिन में गिर गई थी अटल सरकार, लेकिन ये शब्द आप नहीं भूल पाएंगे
1993 में अटल बिहारी वाजपेयी संसद में विपक्ष के नेता बने और साल 1995 में मुंबई में हुई भाजपा कॉन्फ्रेंस में अटलजी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित किया गया।
नई दिल्ली, जेएनएन।1993 में अटल बिहारी वाजपेयी संसद में विपक्ष के नेता बने और साल 1995 में मुंबई में हुई भाजपा कॉन्फ्रेंस में अटलजी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित किया गया। 1996 में हुए चुनाव में भाजपा देश की अकेली सबसे बड़ी पार्टी बनकर समाने आई।
1996 में भाजपा को जीत भी मिली, लेकिन दूसरी पार्टियों के सपोर्ट के कारण सरकार ज़्यादा दिन टिक नहीं पाई। इस समय अटल बिहारी वाजपेयी ही प्रधानमंत्री बने और मात्र 13 दिनों में उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। इस दौरान उन्होंने जो भाषण दिया वह एतिहासिक था। वाजपेयी के लिए पद से इस्तीफा देना सबसे बड़ी हार थी लेकिन उन्होंने इस हार से सबक लिया।
साल 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल युद्ध हुआ जिसमें भारत को जीत मिली। इस बात का फायदा एनडीए सरकार को हुआ और जनता ने एनडीए पर विश्वास दिखाया। इसके बाद हुए चुनाव में उन्होंने एनडीए को खड़ा किया और फिर से मैदान में उतर गए।