Move to Jagran APP

अरुण जेटली ने कहा-अगले 10 साल के लिए मजबूत और स्थायी सरकार की जरूरत

अरुण जेटली के अनुसार देश इस समय क्षणभंगुर महागठबंधन की सरकार के लिए तैयार नहीं है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 18 Mar 2019 01:16 AM (IST)Updated: Mon, 18 Mar 2019 01:16 AM (IST)
अरुण जेटली ने कहा-अगले 10 साल के लिए मजबूत और स्थायी सरकार की जरूरत
अरुण जेटली ने कहा-अगले 10 साल के लिए मजबूत और स्थायी सरकार की जरूरत

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्षी महागठबंधन को देश को रसातल में ले जाने वाला करार दिया है। कथित महागठबंधन के आंतरिक कलह का उल्लेख करते हुए जेटली ने कहा कि देश विकास के जिस मुहाने पर खड़ा है, वहां वह चंद महीनों वाली मिलीजुली सरकारें झेलने की स्थिति में नहीं है। जेटली के अनुसार विकास की यही गति रही तो अगले 10 साल में भारत विश्व में बड़ी आर्थिक शक्ति बन जाएगा, लेकिन यह स्थायी और मजबूत सरकार में ही संभव है।

loksabha election banner

अपने फेसबुक पोस्ट में अरुण जेटली ने महागठबंधन को महामिलावट बताते हुए कहा कि यह रसातल की ओर जाने वाली एक दौड़ के समान है। उनके अनुसार महागठबंधन की बात करने वाले विपक्ष का कोई सकारात्मक एजेंडा नहीं है और यह केवल मोदी विरोध की देन है। यही कारण है कि मोदी विरोध में एकजुट होने के बावजूद वे एक-दूसरे के खिलाफ भीतरघात में लगे हुए हैं। ये सभी एक-दूसरे को कमजोर करने में जुटे हुए हैं ताकि प्रधानमंत्री के दौड़ में आगे निकल सके। राहुल गांधी, ममता बनर्जी, मायावती और शरद पवार गाहे-बगाहे प्रधानमंत्री बनने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं।

जेटली ने विस्तार से बताया किस तरह मायावती उत्तरप्रदेश और दूसरे राज्यों में कांग्रेस को कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं। वही ममता बनर्जी पूरी कोशिश कर रही हैं कि पश्चिम बंगाल में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाए। जबकि कांग्रेस जिन राज्यों में मजबूत है वहां गठबंधन की दूसरी पार्टियों को जगह देने के लिए तैयार नहीं है। शरद पवार त्रिशंकु लोकसभा की उम्मीद लगाए बैठे हैं, ताकि उन्हें अपने पत्ते खेलने का मौका मिल सके। इन नेताओं की परोक्ष लड़ाई चुनाव के पहले ही उजागर हो चुकी है, जिसके चुनाव के बाद पूर्ण युद्ध में तब्दील होना तय है।

अरुण जेटली के अनुसार देश इस समय क्षणभंगुर महागठबंधन की सरकार के लिए तैयार नहीं है। भारत दुनिया में सबसे तेजी से विकास कर रहा है और अगले 10 साल तक इस रफ्तार को बनाए रखने की जरूरत है। उनके अनुसार चुनाव में जनता को तय करना है कि वह छह महीने वाली गठबंधन सरकार चाहती है या फिर मजबूत और स्थिर सरकार। जाहिर है जनता को परखे हुए काम करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेतृत्वविहीन महागठबंधन के कोलाहल के बीच एक का चुनाव करना होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.