राहुल गांधी पर जेटली ने कसा तंज, फेल स्टूडेंट हमेशा चिढ़ता है टॉपर से
अमेरिका में इलाज कराकर भारत लौटे केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने विपक्षी दलों को निशाने पर लिया है। फेसबुक ब्लॉग के जरिए सीबीआइ, इवीएम, ऋण माफी समेत कई मुद्दों पर घेरा।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। इलाज कराकर स्वदेश लौटे केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर तीखा कटाक्ष किया है। राहुल गांधी की तुलना ‘फेल स्टूडेंट’ से करते हुए जेटली ने कहा कि फेल होने वाला विद्यार्थी हमेशा अपने क्लास के टॉपर से चिढ़ता है। उन्होंने राफेल डील, जीएसटी, सर्जिकल स्ट्राइक, सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग, सीबीआइ विवाद जैसे तमाम ज्वलंत मुद्दों का हवाला देते हुए बताया कि इन सभी पर कांग्रेस का रवैया फेल स्टूडेंट जैसा रहा, जबकि हर बार उसका झूठ बेनकाब होता रहा है।
सर्जिकल स्ट्राइक और EVM मुद्दे पर घेरा
फेसबुक पर लिखे अपने पोस्ट में सरकार के खिलाफ कांग्रेस के दुष्प्रचार का जिक्र करते हुए अरुण जेटली ने कहा कि पिछले दिनों इसके लिए अर्ध सत्य का सहारा लिया गया, लेकिन इस अर्ध सत्य ने उनकी पूरी विश्वसनीयता खत्म कर दी है। राफेल पर राहुल गांधी पीएम मोदी से निजी दुश्मनी निकालने जैसा बयान दे रहे हैं। सरकार के विरोध के चक्कर में देश की अहम संस्थाओं पर हमले की निंदा करते हुए जेटली ने कहा कि विपक्ष ने पहले सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाया और फिर बाद में उसे एक रूटीन कार्रवाई बताने लगा। यही नहीं, सेना प्रमुख तक को सड़क का गुंडा कह दिया गया। इसके बाद इवीएम पर हमला किया गया जो सीधे तौर पर इलेक्शन कमीशन पर हमला है। इवीएम जिस समय चुनाव में शामिल किया गया, भाजपा सत्ता में नहीं थी। इसके बाद कई पार्टियां चुनाव जीतीं और हारी, लेकिन अब इवीएम पर झूठ फैलाया जा रहा है और इसके लिए विदेश में एक नकाबपोश व्यक्ति का इस्तेमाल किया गया।
प. बंगाल में लोकतंत्र सचमुच में खतरे में
लोकतंत्र की दुहाई पर कांग्रेस के घड़ियाली आंसू बताते हुए जेटली ने कहा कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र सचमुच में खतरे में है, लेकिन कांग्रेस ने इस पर चुप्पी साध रखी है। इसी तरह कई मुद्दों पर कांग्रेस का रुख विरोधाभासी है। कांग्रेसी नेता केरल में कैमरे के सामने आकर गाय काटते हैं, लेकिन मध्य प्रदेश में गाय काटने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत केस दर्ज करते हैं।
जीएसटी, कर्ज माफी के मुद्दे पर हमला
अमीरों का कर्ज माफ करने के राहुल गांधी के आरोपों पर तंज कसते हुए जेटली ने कहा कि जिन्होंने 2008-2014 के बीच बैंकों को लूटा, वे आरोप लगा रहे हैं कि हमने लोन को माफ किया है, जबकि हकीकत यह है कि एक रुपया भी नहीं माफ किया गया है। उल्टे अब कर्ज नहीं चुकाने वाले को प्रबंधन से बाहर किया जा रहा है। जेटली के अनुसार झूठ फैलाया जा रहा था कि सरकार और उसके मंत्री आर्थिक भगोड़ों को देश छोड़कर भागने में मदद कर रहे हैं, लेकिन यह झूठ तब खुल गया जब सरकार कई भगोड़ों और बिचौलियों को वापस लाने में कामयाब हुई। इसी तरह जीएसटी पर कांग्रेस का झूठ सिर्फ 18 महीने टिक पाया। बाद में यह उपभोक्ताओं के अनुकूल होता चला गया। इससे टैक्स में कटौती हुई, छोटे व्यापारियों को इससे बाहर करके उन्हें भ्रष्टाचार और परेशानियों से भी बचाया गया।