आरोग्य सेतु टीम ने कांग्रेस के आरोपों को किया खारिज, यूजर के डाटा के रिस्क में साबित नहीं कर पाया हैकर
सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इस एप से प्राइवेसी को कोई खतरा नहीं है और जनता की सुरक्षा के लिए है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। आरोग्य सेतु से लोगों की निजता में हस्तक्षेप और इसके डाटा की सुरक्षा पर उठाए गए सवालों को सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने आरोग्य सेतु को लेकर एक एथिकल हैकर के खुलासे को राहुल गांधी के आरोपों की पुष्टि बताया तो आरोग्य सेतु टीम ने इसका खंडन करते हुए साफ किया कि एथिकल हैकर किसी भी यूजर्स के डाटा पर खतरे को साबित नहीं कर पाया है। सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इस एप से प्राइवेसी को कोई खतरा नहीं है और जनता की सुरक्षा के लिए है।
दरअसल एक एथिकल हैकर ने आरोग्य सेतु में यूजर्स का सुरक्षित नहीं होने का आरोप लगाया था। उसका कहना था कि इसका डाटा आसानी से चोरी किया जा सकता है। इसके बाद आरोग्य सेतु की टीम ने तत्काल एथिकल हैकर से संपर्क किया और सुरक्षा को लेकर जताई गई आशंकाओं का समाधान किया। बाद में आरोग्य सेतु टीम ने सार्वजनिक बयान जारी कर बताया कि एथिकल हैकर एक भी यूजर के डाटा के खतरे में होने की बात को साबित नहीं कर पाया। साथ ही आरोग्य सेतु की टीम ने सुरक्षा पर सवाल उठाने के लिए एथिकल हैकर का धन्यवाद करते हुए कहा कि एप में किसी भी तरह की कमी ओर ध्यान आकर्षित करने वाले का वे स्वागत करते हैं।
राहुल गांधी ने लोगों की निजता पर बताया था खतरा
आरोग्य सेतु टीम ने भले ही एथिकल हैकर को संतुष्ट करने का दावा कर रही है, लेकिन कांग्रेस उसके दावे को राहुल गांधी के आरोपों की पुष्टि के रूप में देख रही है। दरअसल राहुल गांधी ने शनिवार को आरोग्य सेतु के माध्यम से यूजर्स की जासूसी का आरोप लगाते हुए इससे उसके निजता पर खतरा बताया था। बुधवार को कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि एथिकल हैकर ने इसकी पुष्टि कर दी है। उन्होंने कहा कि आरोग्य सेतु में उसी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, जो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ जासूसी के लिए इस्तेमाल किया है। उन्होंने सरकार की सफाई को आधी-अधूरी बताया।
आरोग्य सेतु कि सुविधा बेसिक फोन तक बढ़ाने का फैसला
कांग्रेस की आलोचना को खारिज करते हुए सरकार ने आरोग्य सेतु की सुविधा को बेसिक फोन तक बढ़ाने का फैसला किया है। अब जिनके पास आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड करने के लिए स्मार्टफोन नहीं है, वे 1921 पर मिस्ड कर सकते हैं। मिस्ड कॉल के बाद उस यूजर को आरोग्य सेतु की टीम से फोन जाएगा और स्वास्थ्य के बारे में पूरी जानकारी लेगा। इसके बाद यूजर को मैसेज के जरिये उसके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी जाएगी। मिस्ड कॉल से प्राप्त डाटा को आरोग्य सेतु एप के डाटा के साथ मिलाया जाएगा और कोरोना के केस आने की स्थिति में उसके संपर्क में आने वाले सभी लोगों को सतर्क किया जाएगा। आरोग्य सेतु के नए वर्जन में 11 भाषाओं को शामिल किया गया है।