कारगिल युद्ध के नायकों की सराहना करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा- सैनिकों के सम्मान को ठेस नहीं पहुंचने दूंगा
लोग कोई अन्य समझौता कर सकते हैं लेकिन अपने स्वाभिमान और सम्मान के साथ समझौता नहीं कर सकते। स्वाभिमान व्यक्तिगत सामाजिक या राष्ट्रीय हो सकता है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कारगिल युद्ध के नायकों की तारीफ करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ करेंगे कि सैनिकों के गौरव और सम्मान को किसी भी तरह की ठेस न पहुंचे।
'ऑपरेशन विजय' के 20 वर्ष होने के उपलक्ष्य में रविवार को यहां आयोजित एक कार्यक्रम में युद्ध में भाग ले चुके सैनिकों, कारगिल युद्ध के शहीदों की विधवाओं तथा अन्य को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ' शहीदों के सम्मान में हम जो कुछ भी कर सकते हैं, वह कम है। हम उनका सम्मान करते हैं और यहां मौजूद युद्ध विधवाओं को नमन करते हैं। हम अपने सैनिकों पर गर्व महसूस करते हैं।' इस मौके पर उन्होंने युद्ध में शहीद जवानों की विधवाओं को सम्मानित भी किया।
उन्होंने शनिवार के अपने द्रास दौरे के अनुभव भी साझा किए, जहां उन्होंने वीरगति को प्राप्त सैनिकों के सम्मान में कारगिल युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच रक्षा मंत्री ने कहा, 'मैं अपनी तरफ से सिर्फ यह कह सकता हूं कि जवानों के सम्मान, स्वाभिमान तथा प्रतिष्ठा की रक्षा सुनिश्चित करने के लिए मैं अपना सर्वश्रेष्ठ करूंगा और हरसंभव कदम उठाऊंगा।'
उन्होंने कहा कि लोग कोई अन्य समझौता कर सकते हैं, लेकिन अपने स्वाभिमान और सम्मान के साथ समझौता नहीं कर सकते। स्वाभिमान व्यक्तिगत, सामाजिक या राष्ट्रीय हो सकता है। यही कारण है कि आजादी के आंदोलन में 18 से 20 वर्ष के किशोर-युवाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया था।