नए कृषि कानून पर अनुराग ठाकुर बोले, विपक्ष दिखाए, कहां लिखा है कि मंडियां और एमएसपी हो जाएंगे खत्म
राज्यसभा में बजट चर्चा में हिस्सा लेते हुए ठाकुर ने विपक्षी नेताओं को यह दिखाने की चुनौती कि तीनों कृषि कानूनों में यह कहां लिखा है कि मंडी व्यवस्था और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) खत्म हो जाएंगे। उन्होंने कहा ये लोग कहते हैं कि कृषि कानून काले हैं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि अपने राजनीति फायदे के लिए वे किसानों का इस्तेमाल न करें। उन्होंने जोर देकर कहा कि नए कृषि कानून किसान समुदाय की आय दोगुनी करने में मदद करेंगे।
राज्यसभा में बजट चर्चा में हिस्सा लेते हुए ठाकुर ने विपक्षी नेताओं को यह दिखाने की चुनौती कि तीनों कृषि कानूनों में यह कहां लिखा है कि मंडी व्यवस्था और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) खत्म हो जाएंगे। उन्होंने कहा, 'ये लोग कहते हैं कि कृषि कानून काले हैं। जिनकी विचारधारा काली है वे ही इसे काला कहेंगे। ये कानून किसानों की आय दोगुनी करने के लिए लाए गए हैं। हम किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'
हम इन मंडियों को और मजबूत करने जा रहे: अनुराग ठाकुर
उन्होंने आगे कहा, 'आप कहते हैं कि मंडियां खत्म हो जाएंगी। हम कहते हैं कि हम इन मंडियों को और मजबूत करने जा रहे हैं। आपके पास कोई तर्क और तथ्य नहीं है, आप सिर्फ भ्रम फैलाना चाहते हैं।' ठाकुर ने कहा कि संप्रग शासनकाल के मुकाबले वर्तमान सरकार में कृषि उत्पादों की खरीद में वृद्धि हुई है। देश में कृषि के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए बजट में सेस का प्रस्ताव किया गया है।
सात साल में सात पैसे के भ्रष्टाचार का आरोप नहीं
पूर्ववर्ती संप्रग सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'आपकी सरकार में एक के बाद एक घोटाला क्यों था। डॉ. साहब ईमानदार व्यक्ति थे, लेकिन उनके अधीन लोगों के बारे में क्या.. एक भी ऐसा विभाग नहीं रहा होगा जिसमें आपकी सरकार में घोटाला नहीं हुआ होगा।' ठाकुर ने आगे कहा, 'मोदी सरकार सात साल पूरे कर रही है और कोई भी किसी भी मंत्री पर सात पैसे के भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सकता। यह एक ईमानदार सरकार है।'