तीन तलाक विधेयक की राह में कांग्रेस ने खड़ी की एक और बाधा
तत्काल तीन तलाक विधेयक को पारित कराने में जुटी मोदी सरकार की राह में कांग्रेस रोड़े अटकाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। तत्काल तीन तलाक विधेयक को पारित कराने में जुटी मोदी सरकार की राह में कांग्रेस रोड़े अटकाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। लोकसभा से मंजूरी के बाद विधेयक को राज्यसभा से पारित किया जाना है। संसद के उच्च सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने तत्काल तीन तलाक से संबंधित विधेयक को प्रवर समिति के पास भेजने का प्रस्ताव किया है।
नेता प्रतिपक्ष के इस प्रस्ताव पर उच्च सदन में बुधवार को उसी समय चर्चा होने की संभावना है जब मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक 2018 को विचार के लिए लाया जाएगा।
आजाद ने अपने प्रस्ताव में प्रवर समिति के लिए 11 विपक्षी सदस्यों के नाम भी प्रस्तावित किए हैं। आजाद द्वारा प्रस्तावित सदस्यों में कांग्रेस के आनंद शर्मा, सपा के राम गोपाल यादव, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, राजद के मनोज कुमार झा के नाम शामिल हैं। विपक्षी सदस्यों ने विधेयक में संशोधन के लिए नोटिस भी दिए हैं। संजय सिंह ने कहा कि उन्होंने विधेयक में चार संशोधनों की सिफारिश की है।
कांग्रेस इस विधेयक का शुरू से विरोध करती चली आ रही है। विपक्ष के विरोध के कारण सरकार सोमवार को विधेयक पेश नहीं कर पाई। लोकसभा से पारित विधेयक में बदलाव के लिए राजग सरकार तैयार नहीं है। अब विपक्षी दलों के प्रवर समिति के पास भेजने के प्रस्ताव को देखते हुए राज्यसभा से इसके पारित होना मुश्किल लग रहा है।