जानें कैसे Jagan Mohan Reddy ने Chandrababu Naidu को चटाई धूल, किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं इनका सफर
आंध्र प्रदेश के चुनावो में वाईएसआर Jagan Mohan Reddy की पार्टी ने शानदार जीत हासिल की है। आज उन्होंने नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है।
विजयवाड़ा, एएनआइ। आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनावों में शानदार जीत के बाद YSR कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी एक महान नेता के रूप में उभरे हैं। उनकी पार्टी ने लोकसभा और विधानसभा दोनों ही चुनावों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। पार्टी ने राज्य में 175 विधानसभा सीटों में से 151 सीटें अपने नाम की जबकि राज्य में लोकसभा की 25 सीटों में से 22 अपने नाम की हैं। गुरुवार को उन्होंने आंध्र प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के रूप में शापथ ली है।
2009 में राजनीति में अपना डेब्यू करने वाले जगन मोहन रेड्डी का जीवन काफी उतार-चढ़ाव और संघर्ष से भरा है। 2009 में उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया और इसी साल उनके पिता वाईएस राजशेखर रेड्डी की मृत्यु हो गई। उनके पिता अविभाजिय आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, उन्होंने एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में डान गंवा दी थी। तब तक हालांकि जगन मोहन राजनीति में एंट्री कर चुके थे। लेनिकन उनकी जगह दिवंगत मुख्यमंत्री के उत्तराधिकारी के तौर पर के रोसैया को चुना गया। इसका बाद कांग्रेस के साथ विवाद के चलते उन्होंने दूरी बना ली औ, अपने पिता के नाम पर 2010 में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी का गठन किया। राजनीति में आने से पहले जगन एक कारोबारी थे।
इसके बाद जगन पर भ्रष्टाचार के कई आरोप भी लगे। हाई कोर्ट के आदेश के बाद उनके और उनक सहयोगियों के खिलाफ सीबीआई जांच चली। साक्षी टीवी के मालिक जगन मोहन पर वित्तीय गड़बड़ियों का आरोप लगा और इन आरोपों के चलते उन्हें 16 महीने जेल में भी रहना पड़ा। 2014 के लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले ही उन्हें जमानत पर रिहा किया गया था। उस साल जगन की पार्टी ने 67 सीटों के साथ हासिल की थी आंध्र प्रदेश विधानसभा में जगन मोहन की पार्टी मुख्य विपक्षी दल बनकर उभरी। जगन मोहन की पार्टी ने 9 लोकसभा सीटें भी जीत लीं।
विपक्ष में रहते हुए 6 नवंबर 2017 को जगन मोहन रेड्डी ने प्रजा संकल्प यात्रा की शुरूआत की। उसके तहत उन्होंने 125 विधानसभा सीटों, 13 जिलों की यात्रा तय की। 3000 किलोमीटर लंबी इस पैदल यात्रा में वह रोजाना सैकड़ों लोगों से मिलते थे। 9 जनवरी 2019 को यह यात्रा समाप्त हो गई।
अब विधानसभा चुनावों और लोकसभा चुनावों में जगन मोहन रेड्डी की इस जीत को कांग्रेस से बदले के रूप में देखा जा रहा है। इतना ही नहीं उन्होंने इन चुनावों में तेलुगुदेशम पार्टी की हालत भी पस्त कर दी है। अपनी राजनीतिक पार्टी बनाने के सिर्फ 8 साल बाद जगन मोहन रेड्डी उसी राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं जहां उनके पिता सीएम थे। यहां अंतर सिर्फ इतना है कि उनके पिता कांग्रेस के मुख्यमंत्री थे और जगन मोहन रेड्डी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की तरफ से सीएम बने हैं।
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