Move to Jagran APP

अमित शाह ने कहा- नहीं माफ हुई है बेअंत सिंह के हत्यारे की सजा, मीडिया रिपोर्ट गलत

प्रतिबंधित आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल का आतंकी राजोआना को वर्ष 2012 में ही फांसी पर लटकाने का फैसला किया गया था।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 03 Dec 2019 09:36 PM (IST)Updated: Tue, 03 Dec 2019 09:36 PM (IST)
अमित शाह ने कहा- नहीं माफ हुई है बेअंत सिंह के हत्यारे की सजा, मीडिया रिपोर्ट गलत
अमित शाह ने कहा- नहीं माफ हुई है बेअंत सिंह के हत्यारे की सजा, मीडिया रिपोर्ट गलत

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया है कि पंजाब के पूर्व मुख्य मंत्री बेअंत सिंह के हत्यारे बलवंत सिंह राजोआना को मिली फांसी की सजा नहीं बदली गई है। वह लोकसभा में कांग्रेस के सांसद और बेअंत सिंह के पौत्र रवनीत सिंह बिट्टू की तरफ से इस बारे में उठाये गये सवाल का जवाब दे रहे थे।

loksabha election banner

गृह मंत्री ने कहा- सरकार ने फांसी की सजा को नहीं बदला

गृह मंत्री ने कहा कि सरकार ने फांसी की सजा को नहीं बदला है और इस बारे में मीडिया में छपी रिपोर्ट की तरफ नहीं जाना चाहिए।

सांसद पौत्र ने लोकसभा में कहा- सरकार राजोआना को माफी देने जा रही

बिट्टू ने यह मुद्दा प्रश्न काल के दौरान ही उठाया। बिट्टू का कहना है कि सरकार राजोआना को माफी देने जा रही है। उस समय गृह मंत्री संसद में ही उपस्थित थे। वैसे यह सवाल सूचीबद्ध नहीं था और गृह मंत्री उसका जवाब देने के लिए बाध्य भी नहीं थे, लेकिन उन्होंने स्वयं ही उसका जवाब दे कर मामले को साफ कर दिया।

आतंकवाद को कुचलने में पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह की हत्या 1995 में हुई थी

बेअंत सिंह की हत्या चंडीगढ़ सचिवालय में अगस्त, 1995 में की गई थी। पंजाब में तब आतंकवाद को कुचलने में बेअंत सिंह की भूमिका बहुत ही अहम रही थी। उनका मुख्य हत्यारोपी राजोआना फिलहाल पटियाला केंद्रीय जेल में बंद है।

राजोआना बब्बर खालसा इंटरनेशनल का आतंकी है

पिछले महीने एक मीडिया में यह खबर चलाई गई थी कि केंद्र सरकार ने राजोआना की फांसी की सजा माफ करने संबंधी आदेश पंजाब व चंडीगढ़ प्रशासन को बता दिया है। प्रतिबंधित आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल का आतंकी राजोआना को वर्ष 2012 में ही फांसी पर लटकाने का फैसला किया गया था, लेकिन शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी की तरफ से राष्ट्रपति को उसे माफ करने का आवेदन दायर किया गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.