अमेरिकी लोगों में ट्रंप दंपति के शाही स्वागत की मची धूम, दोनों देशों के रिश्तों को मिलेगी नई ऊंचाई
दुनिया में अमेरिकी राष्ट्रपति का ऐसा धमाकेदार स्वागत शायद ही कभी हुआ होगा। ट्रंप-मेलानिया के प्रति भारतीयों के दर्शाए प्यार और लगाव ने अमेरिकी जनता के दिलो-दिमाग को छू लिया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा पर भारी भीड़ के हुजूम के साथ हुए उनके स्वागत को कुछ लोग प्रचार तमाशा बता कर भले ही नजरअंदाज कर रहे हों मगर अमेरिका में इसकी जबरदस्त धूम है। अहमदाबाद में हुए ट्रंप के अभूतपूर्व शाही इस्तकबाल ने अमेरिकी जनमानस ही नहीं वहां के थिंक-टैंक को भी हतप्रभ कर दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय के कूटनीतिज्ञ तो ट्रंप के स्वागत में उमड़े जनसैलाब की तस्वीर को भारत-अमेरिका के भविष्य के प्रगाढ़ रिश्तों को नयी उंचाई पर पहुंचाने की कुंजी तक मान रहे हैं।
नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम में मोटेरा स्टेडियम में जुटी एक लाख से अधिक लोगों की भीड़ हो या अहमदाबाद एयरपोर्ट से स्टेडियम तक के 22 किलोमीटर के पूरे रास्ते ट्रंप और फर्स्ट लेडी मेलानिया के स्वागत में उमड़े हजारों लोगों की अनोखी तस्वीरें अमेरिकी मीडिया में छायी हुई हैं। दुनिया में अमेरिकी राष्ट्रपति का ऐसा धमाकेदार स्वागत शायद ही कभी हुआ होगा। ट्रंप-मेलानिया के प्रति भारतीयों के दर्शाए प्यार और लगाव ने अमेरिकी जनता के दिलो-दिमाग को छू लिया है और बेशक दोनों देशों के रिश्तों की गहराई को भविष्य में यह नई उंचाई देगा।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का असाधारण स्वागत
विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने खुद मोदी-ट्रंप बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेस में कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के असाधारण स्वागत से भारत-अमेरिका के लोगों का आपसी जुड़ाव ज्यादा मजबूत होगा। हमारे दोनों देशों के नागरिकों के आपसी जुड़ाव को और सुदृढ़ कराना राष्ट्रपति ट्रंप के इस दौरे का एक बड़ा महत्वपूर्ण पहलू रहा।
श्रृंगला ने कहा कि अमेरिकी थिंक-टैंक, जनमानस, सोशल मीडिया से लेकर अखबारों के लेख में अमेरिकी राष्ट्रपति का इस तरह से हुए सम्मान-स्वागत की चर्चा है। लाखों लोगों के इस तरह स्वागत में उमड़ने की घटना केवल तस्वीर नहीं बल्कि भविष्य में पीपुल टू पीपुल संबंधों को गहराई देने की कुंजी है। अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह ने भी कहा कि ट्रंप दंपत्ति के अद्भूत स्वागत की अमेरिका में जबरदस्त चर्चा है और इसीलिए अब भारत-अमेरिका रिश्तों को 'अपराजेय साझेदारी' माना जा रहा है।