दाऊद इब्राहिम पर भारत को मिला अमेरिका का साथ, जल्द कसेगा डॉन पर शिकंजा
टू प्लस टू वार्ता के दौरान अमेरिका ने डी कंपनी के खिलाफ भारत का साथ देने पर अपनी हामी भरी।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत और अमेरिका के बीच गुरुवार को पहली बार टू प्लस टू वार्ता हुई। इस सफल वार्ता में भारत और अमेरिका के बीच कई अहम करार हुए। इसके अलावा दोनों देशों ने आतंकवाद के खिलाफ साथ मिलकर लड़ने का भी वादा किया। इस वार्ता के दौरान भारत के लिए बड़ी बात यह रही कि अमेरिका भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के खिलाफ कार्रवाई के लिए सहमत हो गया है।
टू प्लस टू वार्ता के दौरान अमेरिका ने डी कंपनी के खिलाफ भारत का साथ देने पर अपनी हामी भरी। दोनों पक्षों की ओर से जारी संयुक्त बयान में डी कंपनी और उसके सहयोगियों जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई के लिहाज से 2017 में शुरू की गई द्विपक्षीय वार्ता का भी जिक्र किया गया।
अमेरिका से भारत का 'कॉमकासा' करार
भारत और अमेरिका ने नई रक्षा संधि (कॉमकासा) पर हस्ताक्षर कर दिए हैं जो दोनों देशों को सबसे मजबूत रक्षा सहयोगी देश के तौर पर स्थापित करेगा। इस समझौते के बाद अमेरिका के लिए भारत का महत्व एक नाटो देश की तरह हो गया है। भारत से पहले जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ ही इस तरह का समझौता अमेरिका ने किया है। सनद रहे कि एक दशक पहले तक भारत-अमेरिका के बीच बेहद कम रक्षा सहयोग होता था। लेकिन अब सालाना 10 अरब डॉलर के उपकरण खरीदे जा रहे हैं। इनका आकार आने वाले दिनों में और तेजी से बढ़ सकता है।
टू प्लस टू वार्ता तीन चरणों में हुई। पहले दोनों देशों के विदेश व रक्षा मंत्रियों की अलग-अलग बैठक हुई और उसके बाद संयुक्त बैठक हुई। बाद में चारों मंत्रियों ने संयुक्त तौर पर पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।