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छत्तीसगढ़ में कुनबे की राजनीति की तैयारी कर रहे अजीत जोगी

क्षेत्रीय दल बनाकर जोगी खुद उसके अध्यक्ष बन गए हैं। पत्नी डॉ. रेणु जोगी उनकी पार्टी से नहीं, लेकिन कांग्रेस से विधायक हैं।

By Sachin BajpaiEdited By: Published: Mon, 05 Feb 2018 10:00 PM (IST)Updated: Tue, 06 Feb 2018 06:43 AM (IST)
छत्तीसगढ़ में कुनबे की राजनीति की तैयारी कर रहे अजीत जोगी
छत्तीसगढ़ में कुनबे की राजनीति की तैयारी कर रहे अजीत जोगी

रायपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि। उत्तरप्रदेश के मुलायम सिंह यादव और बिहार के लालू प्रसाद यादव की तरह छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी कुनबे की राजनीति की तैयारी कर रहे हैं। जिस तरह से मुलायम और लालू ने अपने परिवार के सदस्यों को राजनीति में पदार्पण कराकर न केवल पार्टी में पद दिया, बल्कि उन्हें चुनाव लड़ाकर किसी को मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, विधायक या सांसद भी बनवाया है। इसी तरह जोगी भी अपने पूरे परिवार को राजनीति की ऊंचाई पर पहुंचाने में लगे हैं।

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क्षेत्रीय दल बनाकर जोगी खुद उसके अध्यक्ष बन गए हैं। पत्नी डॉ. रेणु जोगी उनकी पार्टी से नहीं, लेकिन कांग्रेस से विधायक हैं। पुत्र अमित जोगी भले ही कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़कर विधायक बने हैं, लेकिन अभी जनता कांग्रेस के लिए काम कर रहे हैं। बच गई बहू ऋचा, तो उसे भी चुनावी मैदान में उतारने का विचार गंभीरता से चल रहा है। कुनबे की राजनीति पर कांग्रेस का कहना है कि पिता के प्रभाव का उपयोग करके परिवार को आगे बढ़ाना और कार्यकर्ताओं को पीछे करना गलत है।

जोगी का गढ़ कोटा और मरवाही रहा है। अभी कोटा से डॉ. रेणु जोगी और मरवाही से अमित जोगी विधायक हैं। जाति मामले में हाईकोर्ट ने जोगी को राहत दिया है, इसलिए मरवाही सीट से इस बार भी चुनाव लड़ने का रास्ता खुला हुआ है। कोटा से इस बार कांग्रेस प्रत्याशी बदलने की तैयारी कर रही है, ऐसे में डॉ. रेणु जोगी को कांग्रेस से टिकट मिलना मुश्किल है। जोगी बार-बार बयान दे रहे हैं कि रेणु जोगी पत्नी होने के नाते उनके साथ आएंगी। तब, ये हो सकता है कि रेणु जोगी जनता कांग्रेस की टिकट से कोटा से चुनाव लड़ लें या फिर किसी सतनामी बहुल सीट से मैदान में उतारा जाएगा।

अजीत जोगी ने राजनांदगांव से खुद चुनाव लड़ने की ताल ठोक दी है। ऋचा जोगी जिस तरह से पार्टी के कार्यक्रमों और राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होती हैं, उससे साफ है कि उन्हें भी चुनाव लड़ाया जा सकता है। ऋचा ग्रामीण क्षेत्रों के दौरे पर भी निकलती हैं। जोगी बहू ऋचा को सतनामी बहुल सीट से चुनाव लड़ाना चाहेंगे। इसमें अभनपुर, आरंग, धरसींवा, कसडोल या कोई और सीट हो सकती है। अभी तक जनता कांग्रेस के प्रत्याशियों की दो सूची आ चुकी है, तीसरी सूची इसी महीने आएगी। जोगी, अमित जोगी और ऋचा जोगी का नाम किस सूची में होगा, अभी तक खुलासा नहीं किया गया है।

कुनबे की राजनीति में सबसे आगे मुलायम

कुनबे की राजनीति में उत्तरप्रदेश के मुलायम सिंह यादव सबसे आगे हैं। इनके पुत्र अखिलेश यादव मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे तो बहू डिम्पल सांसद रहीं। एक भाई शिवपाल सिंह यादव मंत्री, इनकी पत्नी सरला जिला सहकारी बैंक की राज्य प्रतिनिधि, बेटा अंशुल जिला पंचायत अध्यक्ष व आदित्य यादव यूपीपीएससी के चेयरमेन रहे। मुलायम के दूसरे भाई रामगोपाल सिंह सांसद, तीसरे भाई रामपाल यादव की पत्नी प्रेमलता यादव जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं। भतीजी संध्या यादव जिला पंचायत अध्यक्ष और मुलायम की चचेरी बहन की बेटे अरविंद यादव पार्टी में सक्रिय पद पर हैं। बिहार के लालू प्रसाद यादव खुद मुख्यमंत्री रहे। पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बनवाया। बड़े बेटे तेज प्रताप यादव पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और छोटे बेटे तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं। लालू ने बड़ी बेटी मीसा भारती को मधेपुरा सीट से विधानसभा लड़ाया था।

राज्य कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि पिता कोई काम कर रहा है और उसका पुत्र भी वही करता है तो बुराई नहीं है। पिता अपने प्रभाव का उपयोग करे और कार्यकर्ताओं को दरकिनार करके बेटे या परिवार के किसी और सदस्य को प्रमोट करे तो यह गलत है।


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