AIUDF सचिव ने हिमंत बिस्वा सरमा पर साधा निशाना, कहा- वे खुद को 'कट्टर हिंदुत्व नेता' साबित करना चाहते हैं
एआईयूडीएफ सचिव अमीनुल इस्लाम ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सरमा खुद को हिन्दुत्व नेता साबित करना चाहते हैं। अमीनुल ने यह भी कहा कि सरमा भाजपा और आरएसएस का दिल जीतने की कोशिश कर रहे हैं। (फोटो- एएनआई)
गुवाहाटी, एएनआई। ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के सचिव अमीनुल इस्लाम ने रविवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और देश के अन्य नेताओं पर कटाक्ष किया और कहा कि कई नेता अब खुद को 'हिंदुत्व नेता' साबित करने की कोशिश कर रहे हैं।
''नेताओं में 'सबसे अधिक कट्टर हिंदुत्व नेता' बनने की दौड़''
एएनआई से बात करते हुए एआईयूडीएफ के सचिव अमीनुल ने कहा, 'देश में ऐसा माहौल है, जहां असम के सीएम हिमंत बिस्वा सहित कई नेता अब यह साबित करने की दौड़ में हैं कि राष्ट्रीय मंच पर कौन अधिक कट्टर हिंदुत्व नेता है।'
''मुसलमानों का किया जा रहा दमन''
असम के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए, AIUDF विधायक ने कहा, "कुछ दिन पहले, सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने असम विधानसभा में कहा था कि राज्य में मुसलमान ज्यादा खुश हैं। इसके दो दिन बाद वे कर्नाटक गए। सरमा खुद को एक कट्टर हिंदुत्व नेता के रूप में दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। वह मुसलमानों का दमन कर रहे हैं।"
''मुसलमानों को दबाने की कोशिश कर रहे सरमा''
अमीनुल इस्लाम ने कहा, "जिस तरह से उन्होंने मदरसों को बंद किया, गौ रक्षा विधेयक लाया और बेदखली अभियान चलाया, वह सही नहीं है। ऐसा करके वह मुसलमानों को दबाने की कोशिश कर रहे हैं और दिखा रहे हैं कि वह एक कट्टर हिंदुत्ववादी नेता हैं।"
''आरएसएस और भाजपा का दिल जीतने की कोशिश कर रहे सरमा''
अमीनुल ने कहा, "वह (हिमंत बिस्वा सरमा) खुद को एक कट्टर हिंदुत्व नेता के रूप में दिखाकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दिल जीतने की कोशिश कर रहे हैं। अगर योगी आदित्यनाथ इन चीजों को करके प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनते हैं, तो हिमंत बिस्वा क्यों नहीं?"
''सरमा सरकार ने मदरसों को किया बंद''
अमीनुल इस्लाम ने कहा, "हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व वाली सरकार ने न केवल मदरसों को बंद कर दिया है, बल्कि उन्होंने असम में संस्कृत टोल को भी बंद कर दिया है। वह खुद को एक राष्ट्रीय नेता के रूप में स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा, आरएसएस और बजरंग दल मुस्लिम विरोधी रुख में हैं और हिमंत उनका दिल जीतने की कोशिश कर रहे हैं।"