रूस के अहम दौरे पर पहुंचे वायुसेना अध्यक्ष, भारत-रूस के बीच वायुसैनिक रिश्तों को करेंगे मजबूत
वायुसेना प्रमुख धनोआ के रूस दौरे में भारतीय मूल के रूसी विमानों के समुचित रखरखाव और कलपुर्जे के मसले पर भी चर्चा होने की संभावना है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। भारत-रूस के बीच रणनीतिक और सामरिक साझेदारी को मजबूती देने के इरादे से वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ चार दिनों के लिए रूस रवाना हो गए है। वहां उनकी मुलाकात रक्षा मंत्री और सेना के आला कमांडरों के साथ होगी। भारत और रूस के बीच गहरे वायुसैनिक रिश्तों के मद्देनजर यह दौरा काफी अहम होगा। अपने रूस दौरे में वायुसेना प्रमुख रूसी वायुसेना की विभिन्न ऑपरेशनल और ट्रेनिंग इकाइयों का दौरा करेंगे। साथ ही वह रूसी प्रशिक्षक विमान याक-130 पर उड़ान भी भरेंगे।
रूस के साथ भारत के रिश्तों का महत्व इस बात से ही पता चलता है कि अमेरिका के भारी दबाव के बावजूद भारत रूस से एस-400 मिसाइल सिस्टम खरीद रहा है।
वही, रूस भारत के साथ कई परमाणु और रक्षा परियोजनाओं में सहयोग भी कर ही रहा है। एशिया प्रशांत देशों के साथ कोई भी संबंध भारत और रूस के हितों को ध्यान में रखकर ही बनता है।
गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना की आक्रामक क्षमता रूसी लड़ाकू विमानों पर काफी हद तक निर्भर करती है। वहीं भारत और रूस के बीच साठ के दशक से गहरे सैन्य रिश्ते रहे है।
भारतीय वायुसेना के बेड़े में आज रूसी मूल के मिग-21, मिग-27 , मिग-29 और सुखोई-30 एमके आई जैसे लड़ाकू विमानों के अलावा एएन-32 और आईएल-76 परिवहन विमानों के साथ हवा में ईधन भरने वाले रिफ्युलर विमान भी शामिल हैं। वायुसेना प्रमुख धनोआ के रूस दौरे में भारतीय मूल के रूसी विमानों के समुचित रखरखाव और कलपुर्जे के मसले पर भी चर्चा होने की संभावना है।