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मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में PM बोले- बिहार, गुजरात, यूपी और बंगाल में टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत

इस बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि अगर हम शुरुआत के 72 घंटों में ही मामलों की पहचान कर लें तो ये संक्रमण काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।

By Manish PandeyEdited By: Published: Tue, 11 Aug 2020 10:33 AM (IST)Updated: Tue, 11 Aug 2020 05:07 PM (IST)
मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में PM बोले- बिहार, गुजरात, यूपी और बंगाल में टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत
मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में PM बोले- बिहार, गुजरात, यूपी और बंगाल में टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत

नई दिल्ली, जेएनएन। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे ज्यादा प्रभावित आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, पंजाब, बिहार, गुजरात, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि जिन राज्यों में टेस्टिंग रेट कम है और जहां पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है, वहां टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत है। खासतौर पर बिहार, गुजरात, यूपी, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना में टेस्टिंग बढ़ाने पर खास बल देने की बात इस समीक्षा में निकली है।

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इस बैठक में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, तमिलनाडु के सीएम के पलानीस्वामी, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह, तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, गुजरात के सीएम विजय रूपानी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार शामिल हुए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस बैठक में भाग लिया। इस साल मार्च में पहली बार लॉकडाउन की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्रियों के साथ कई बैठक की थी।

बंगाल में 2.5 करोड़ परिवारों से मिले आशा कार्यकर्ता

कोरोना पर हो रही वर्चुअल बैठक के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास हर जिले में कोरोना वारियर्स क्लब है। हमारे आशा और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने बंगाल में 2.5 करोड़ परिवारों से मिले, जिसमें 2.5 लाख लोगों की पहचान SARI/ILL से की गई है और उन्हें परामर्श और चिकित्सा सहायता दी गई।

72 घंटे के भीतर परीक्षण

बैठक में पीएम ने कहा कि अगर हम शुरुआत के 72 घंटों में ही मामलों की पहचान कर लें, तो ये संक्रमण काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वाले सभी लोगों का 72 घंटे के भीतर परीक्षण किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा अब तक का हमारा अनुभव है कि कोरोना के खिलाफ कंटेनमेंट, कांटेक्ट ट्रेसिंग और सर्विलांस, सबसे प्रभावी हथियार है।

हर रोज 7 लाख कोरोना टेस्ट

देश में तेजी से हो रही कोरोना जांच पर पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना टेस्टिंग की संख्या बढ़कर हर दिन 7 लाख तक पहुंच चुकी है और लगातार बढ़ भी रही है। इससे संक्रमण को पहचानने और रोकने में जो मदद मिल रही है, आज हम देख रहे हैं। हमारे यहां औसत मृत्यु दर पहले भी दुनिया के मुकाबले काफी कम था, संतोष की बात है कि ये लगातार और कम हो रहा है।

10 राज्यों से 80 फीसद मामले

उन्होंने कहा कि आज 80 प्रतिशत एक्टिव मामले इन दस राज्यों में हैं, इसलिए कोरोना के खिलाफ लड़ाई में इन सभी राज्यों की भूमिका बहुत बड़ी है। आज देश में एक्टिव मामले 6 लाख से ज़्यादा हो चुके हैं, जिनमें से ज़्यादातर मामले हमारे इन दस राज्यों में ही हैं।

देश में 22.68 लाख लोग संक्रमित

इन सबके बीच देश में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 22 लाख 68 हजार 676 और मृतकों की संख्या 45,257 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से सुबह आठ बजे जारी आंकडों के मुताबिक बीते चौबीस घंटे के दौरान 53,601 नए मामले सामने आए और 871 लोगों की मौत हुई। कुल 15 लाख 83 हजार 490 मरीज पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं और सक्रिय मामले छह लाख 39 हजार 929 रह गए हैं। मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 69 फीसद हो गई है।


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