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दिनाकरन ने कहा, स्वार्थी तत्वों की वजह से अपनी पहचान खो चुकी है अन्नाद्रमुक

अन्नाद्रमुक ने दिनाकरन को लोगों द्वारा ठुकराया गया एक ही रात में बना नेता कहा है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 16 Oct 2018 06:35 PM (IST)Updated: Tue, 16 Oct 2018 06:35 PM (IST)
दिनाकरन ने कहा, स्वार्थी तत्वों की वजह से अपनी पहचान खो चुकी है अन्नाद्रमुक
दिनाकरन ने कहा, स्वार्थी तत्वों की वजह से अपनी पहचान खो चुकी है अन्नाद्रमुक

चेन्नई, प्रेट्र एएमएमके नेता टीटीवी दिनाकरन ने अन्नाद्रमुक नेतृत्व पर हमला बोलते हुए कहा कि सत्ताधारी पार्टी ने अपनी पहचान खो दी है। यह पार्टी कुछ स्वार्थी लोगों के हाथों में फंस गई है। अन्नाद्रमुक से निष्कासित नेता ने मंगलवार को यह भी दावा किया कि उनकी पार्टी अम्मा मक्काल मुनेत्र कझगम (एएमएमके) सत्ताधारी दल की जगह लेगी। इसके जवाब में अन्नाद्रमुक ने दिनाकरन को लोगों द्वारा ठुकराया गया एक ही रात में बना नेता कहा है

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किसी का नाम लिए बगैर दिनाकरन ने कहा, 'कोई भी इस बात से इन्कार नहीं कर सकता कि पार्टी अपनी पहचान और विचारधारा खो चुकी है। यह अम्मा (दिवंगत जयललिता) के बनाए रास्ते से भी भटक चुकी है। अब यह कुछ स्वार्थी लोगों के हाथों में फंसी हुई है।' उन्होंने यह हमला अन्नाद्रमुक के समन्वयक ओ पन्नीरसेल्वम और संयुक्त समन्वयक के. पलानिस्वामी पर किया है। पलानिस्वामी तमिलनाडु के मुख्यमंत्री हैं, जबकि पन्नीरसेल्वम उपमुख्यमंत्री हैं।

17 अक्टूबर को अन्नाद्रमुक के गठन दिवस के मौके पर पार्टी कार्यकर्ताओं को भेजे गए पत्र में दिनाकरन ने कहा है कि दिवंगत मुख्यमंत्री एमजी रामचंद्रन ने इसे लांच किया था। जयललिता ने इसे आगे बढ़ाया और इसे राज्य में लोकप्रिय आंदोलन बनाया, लेकिन 2016 में जयललिता के निधन के बाद स्वार्थी ताकतों ने अन्नाद्रमुक पर कब्जा कर लिया।


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