जीत के लिए कांग्रेस ने लिया वास्तु का सहारा, तो क्या इस तरह मिलेगी सत्ता?
कई राज्यों में आगामी चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। मध्य प्रदेश में कांग्रेस को वास्तु के सहारे जीत हासिल होने की उम्मीद है। इसको लेकर बड़ा कदम उठाया गया है।
भोपाल, पीटीआई। पिछले 14 सालों से मध्य प्रदेश में सत्ता से बाहर हो चुकी कांग्रेस इस राज्य में अपनी राजनीतिक किस्मत को पुनर्जीवित करने और भाजपा को सत्ता से बेदखल करने में नाकाम रही है। हालांकि अब अपने भाग्य को फिर से जगाने के लिए कांग्रेस ने वास्तु का सहारा लिया है। कांग्रेस ने अपनी पार्टी के राज्य मुख्यालय से 'वास्तु दोष' को हटाने का फैसला लिया है। उसका मानना है कि यह कदम अच्छे भाग्य लाएगा और एक बार फिर मध्य प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में आएगी।
कांग्रेस ने वास्तु शास्त्र विषेशज्ञों से परामर्श लेने के बाद राज्य की राजधानी भोपाल स्थित चार मंजिला कार्यालय परिसर 'इंदिरा भवन' में भूतल पर स्थित तीन शौचालय को हटा दिया गया है। आपको बता दें कि 'वास्तु शास्त्र' एक पारंपरिक हिंदू प्रणाली है, जिसका शाब्दिक अर्थ है 'वास्तुकला का विज्ञान'।
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ता के के मिश्रा ने बताया कि हमने 'वास्तुशास्त्र' विशेषज्ञों से परामर्श किया और उनकी सलाह के अनुसार मेरे कमरे से जुड़े तीन शौचालयों को हटा दिया। एक अन्य कांग्रेस नेता ने कहा कि हमने वास्तु दोष को हटा दिया है। इससे बुरी शक्ति बाहर चली गई है। अब हमारे लिए चीजें बदलेंगी।
गौरतलब है कि इंदिरा भवन का उद्घाटन मार्च 2006 में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किया था। आगामी विधानसभा चुनावों के चलते कार्यालय कई गतिविधियों का केंद्र बना हुआ है। दिल्ली के पार्टी नेता चुनाव के लिए रणनीति तैयार करने को लेकर कार्यालय आते-जाते रहते हैं। मिश्रा ने कहा कि हम निश्चित रूप से 2018 विधानसभा चुनाव जीतेंगे। पार्टी नेता और कार्यकर्ता इसके लिए रात-दिन काम कर रहे हैं।
जब कांग्रेस प्रवक्ता से पूछा गया कि उनकी पार्टी किस तरह से गठबंधन से निपटने की योजना बना रही है, तो कांग्रेस नेता ने दावा किया कि पार्टी को इसे लगभग से छुटकारा मिल गया है। हालांकि उन्होंने खुलासा किया कि पार्टी चुनावों के लिए मुख्यमंत्रियों का चेहरा पेश नहीं करेगी, क्योंकि विवाद पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।