जांच एजेंसियों को बिना शोर-शराबे के करना चाहिए काम : जेटली
वित्त मंत्री ने डीआरआइ को परिपूर्णता के करीब बताते हुए कहा कि पुलिस और विभिन्न जांच एजेंसियों में डीआरआइ को स्वतंत्र और विवादों से दूर रहने का श्रेय है।
नई दिल्ली, आइएएनएस। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआइ) की किसी बड़े विवाद से दूर रहने के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों को ज्यादा दिखना नहीं चाहिए, बल्कि बिना किसी शोर-शराबे के काम करना चाहिए।
61वें स्थापना दिवस पर डीआरआइ अधिकारियों को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि जब प्रारंभिक जांच शुरू होती है और जब कोई सफलता मिलती है तो जांच एजेंसियों को मीडिया में जाने के प्रलोभन से बचना चाहिए। जांच अधिकारियों को पेशेवर रुख अपनाते हुए जांच प्रक्रिया और साक्ष्यों को मजबूत बनाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। ताकि जांच प्रक्रिया का परिणाम जुर्माने और आरोपितों को दोषी ठहराए जाने में हो।
यही जांच एजेंसियों की असली परीक्षा होती है। जांच एजेंसी जितना कम मीडिया या खबरों में रहेगी, उतना ही यह उसके लिए अच्छा होगा। वित्त मंत्री ने डीआरआइ को परिपूर्णता के करीब बताते हुए कहा कि पुलिस और विभिन्न जांच एजेंसियों में डीआरआइ को स्वतंत्र और विवादों से दूर रहने का श्रेय है।