पाक पीएम इमरान की कश्मीर में आतंकवाद पर दोहरी चाल का हुआ पर्दाफाश
इमरान दोहरी चाल चल रहे हैं। एक तरफ लोगों को सीमा पर भेजकर हिंसा चाहते हैं और दूसरी तरफ उन्हें रोकर दुनिया को दिखाना चाहते हैं कि हम शांति चाहते हैं।
जागरण संवाददाता, राजौरी। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को अपने देश की सेना और लोगों को कश्मीरियों की सहायता के लिए नियंत्रण रेखा (एलओसी) के माध्यम से भारतीय सीमा पार नहीं करने की चेतावनी दी। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की यह सलाह भारतीय सेना प्रमुख बिपिन रावत के उस खुलासे के लगभग 10 दिन बाद आई, जिसमें उन्होंने बालाकोट में आतंकी शिविर फिर से सक्रिय होने की बात कही है।
पहले पाकिस्तान सरकार ने गुलाम कश्मीर के लोगों को जबरदस्ती एलओसी मार्च कर सीमा लांघने के लिए उकसाया। वहीं, अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पाक सेना और लोगों को भारतीय क्षेत्र की ओर न बढ़ने की दुहाई दे रहे हैं। इसके साथ ही इमरान खान ने ट्वीट भी किया, 'कश्मीर में दो महीने से अधिक समय से अमानवीय कर्फ्यू जारी है।'
इमरान की दोहरी चाल
तस्वीर साफ है-इमरान दोहरी चाल चल रहे हैं। एक तरफ लोगों को सीमा पर भेजकर हिंसा चाहते हैं और दूसरी तरफ उन्हें रोकर दुनिया को दिखाना चाहते हैं कि हम शांति चाहते हैं। इधर, भारतीय सेना ने भी साफ कर दिया है कि किसी को भी सीमा लांघने नहीं दी जाएगी, जो भी ऐसा करेगा उसे आक्रमणकारी माना जाएगा। भारतीय सेना की इस चेतावनी के बाद शनिवार को दूसरे दिन भी सीमा के निकट कोई नहीं आया। वहीं, एलओसी मार्च की कॉल का कश्मीर में कोई असर नहीं दिखा। स्थिति पूरी तरह शांत और नियंत्रण में रही।
पहले दिन कोई नहीं आया
शुक्रवार को ही गुलाम कश्मीर के विभिन्न गांवों से लोगों को पाकिस्तानी सेना अपने वाहनों में भरकर मुजफ्फराबाद लाई। लोगों के लिए खाने और रहने का भी प्रबंध किया गया, लेकिन एलओसी की तरफ आने की किसी की हिम्मत नहीं हुई और मार्च नाकाम रहा।
दूसरे दिन आतंकियों ने भारत के खिलाफ उगला जहर
शनिवार सुबह दोबारा मुजफ्फराबाद से 56 किलोमीटर दूर चकोटी क्षेत्र की तरफ मार्च शुरू हुआ। मुजफ्फराबाद में जुटाई गई भीड़ को और भड़काने के लिए विभिन्न आतंकी संगठनों के सरगनाओं ने भाषण दिया और भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला। उसके बाद आजादी के नारे लगाते हुए मार्च चकोटी की तरफ निकल पड़ा। चकोटी से कुछ ही किलोमीटर की दूर एलओसी है और सामने भारत का उड़ी सेक्टर।
मुजफ्फराबाद में गुलाम कश्मीर की पुलिस ने मार्च को रोकने का प्रयास किया, लेकिन लोग आगे निकल गए। वहीं, गुलाम कश्मीर के रावलाकोट की तरफ से भी कुछ लोगों ने एलओसी के करीब आने का प्रयास किया। इस दौरान लोगों की पुलिस के साथ भी झड़प हुई। माना जा रहा है कि यह कार्रवाई दिखावे के लिए थी।
रविवार को भी हो सकता है सीमा लांघने का प्रयास
सूत्रों के अनुसार, शनिवार रात को लोगों को चकोटी से लगभग 15 किलोमीटर पहले गड़ी रोपटा में रोका गया है। यहां जेकेएलएफ के साथ-साथ अन्य आतंकी संगठन लोगों को भड़काते रहे। पाकिस्तान और आतंकी संगठन चाहते हैं कि रविवार को सीमा लांघने का एक और प्रयास किया जाए।