कालेधन पर कार्रवाई ने कट्टर दुश्मनों को दोस्त बना दिया : PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के कटक में सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए कहा कि कालेधन पर कार्रवाई ने कट्टर दुश्मनों को दोस्त बना दिया है।
नई दिल्ली (ब्यूरो)। मोदी सरकार के चार साल पूरा होने के मौके पर शनिवार को सियासत पूरे परवान पर रही। एक तरफ भाजपा के नेतृत्व में राजग ने सरकार की उपलब्धियों की फेहरिस्त के साथ देश में सत्ता और सुशासन के नए दौर का आगाज होने का दावा किया। दूसरी तरफ विपक्षी दलों ने सरकार के दावों को खारिज करते हुए नाकामियों की सूची जारी की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के कटक में सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए कहा कि कालेधन पर कार्रवाई ने कट्टर दुश्मनों को दोस्त बना दिया है।
उन्होंने विपक्ष के आरोपों को सीधे तौर पर नकारते हुए कहा कि देश कालाधन से जनधन और कुशासन से सुशासन की ओर जा रहा है। कर्नाटक में कांग्रेस-जदएस गठबंधन के शपथ ग्रहण समारोह के तीन दिन बाद शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन नेताओं को निशाने पर लिया, जो वहां मंच पर जमा हुए थे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी सरकार के संकल्प से बेंगलुरु में एक मंच पर जमा हुए नेताओं में से बहुत से सिहरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि राजग सरकार सही राह पर आगे बढ़ रही है और जनता ने उस पर मुहर लगाई है। अपनी सरकार के चार साल पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री कटक के बालीयात्रा मैदान में विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
घपले करने वाले हो रहे एकजुट
प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार पर करारा प्रहार करने के कारण ही पांच हजार करोड़ के घोटाले के आरोपित या अलग-अलग घोटालों में संलिप्त लोग अब एकजुट हो रहे हैं। ऐसे लोग देश को बचाने के लिए नहीं बल्कि अपने परिवारों को बचाने के लिए एकत्र हो रहे हैं।
73 हजार करोड़ रुपए की अघोषित आय का पता चला
उन्होंने कहा कि चार साल में जांच एजेंसियों द्वारा मारे गए तीन हजार छापों में 73 हजार करोड़ रुपए की काली कमाई का पता चला है। बेनामी संपत्ति कानून लागू होने के बाद 35 सौ करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। चार पूर्व मुख्यमंत्री जेल में हैं।
कन्फ्यूजन नहीं, कमिटमेंट वाली सरकार लेती है कड़े फैसले
प्रधानमंत्री ने कहा कि भरोसे वाली सरकार को ही सर्जिकल स्ट्राइक जैसे निर्णय लेने की ताकत मिलती है। जब कमिटमेंट वाली सरकार चलती है तब बैंकों से कर्ज लेकर नहीं लौटाने वालों को बैंकों का पैसा लौटाने को मजबूर होना पड़ता है।
जनपथ से नहीं जनमत से चल रही सरकार
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार किसी जनपथ से नहीं बल्कि जनमत से चल रही है। सड़कें, शौचालय, बैंक पासबुक नहीं थे। जिन लोगों के पास यह सुविधा नहीं थी उनमें अनुसूचित जाति, आदिवासी, पिछड़ा वर्ग के लोग शामिल थे। हमारी सरकार ने चार वर्षों में 80 फीसद लोगों को ये तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई।
कुशासन से सुशासन और कालाधन से जनधन
मोदी ने कहा कि आज देश के 20 राज्यों में भाजपा और उसके गठबंधन की सरकारें हैं। जनता महसूस कर रही है कि अब देश बदल रहा है। देश कुशासन से सुशासन और कालाधन से जनधन की और बढ़ रहा है।
गिनाई उपलब्धियां :
- विश्व बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक बैंक खातों की संख्या 53 से बढ़कर 80 फीसद हो गई
- 32 करोड़ जनधन खाते खोले गए
- एक करोड़ लोगों को अटल पेंशन योजना से जोड़ा गया
- आयुष्मान भारत योजना के तहत 50 करोड़ गरीबों को हेल्थ कार्ड मिले
- 1400 से ज्यादा पुराने कानून को खत्म किया
भाजपा के निशाने पर विपक्ष
इस बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि विपक्ष का एजेंडा साफ है कि मोदी को सत्ता से हटाया जाए। दूसरी तरफ भाजपा देश से गरीबी, भ्रष्टाचार और अव्यवस्था हटाना चाहती है। असल में विपक्ष मोदी से डरा हुआ है। इसलिए झूठ को जोर से बोलने की सियासत कर रहा है। लेकिन जनता ऐसी राजनीति को नकारती रही है।
वहीं, केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि अब मुकाबला मोदी और 'अराजक गठजोड़' के बीच होगा। पूर्व में कई बार विपक्षी दलों को आजमाया गया है। जदएस, तृणमूल, द्रमुक, बसपा और तेदेपा जैसी पार्टियों के साथ भाजपा भी काम कर चुकी है। इन दलों के लिए स्थिर सरकार कभी एजेंडा में नहीं रहा। इनमें कुछ तो सिर्फ कुछ जिलों तक ही सीमित हैं।
राहुल के निशाने पर सरकार
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'जनता अब समझ चुकी है कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह की राजनीतिक जोड़ी देश के लिए घातक है। कृषि, विदेश नीति, पेट्रोल की कीमतें और रोजगार देने इन सभी विषयों में मोदी सरकार फेल हो गई है। पीएम संवाद कला में विशेषज्ञ हैं, मगर वे जटिल मुद्दों पर संघर्षरत दिखे।'
मायावती ने भाजपा पर बोला हमला
उधर, बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, 'राजग के घटक दल एक-एक कर अलग हो रहे हैं, जो साबित करता है कि भाजपा नीत सरकार सभी मोर्चो पर बुरी तरह विफल और निराशाजनक रही है। इस सरकार में जो गरीबों, मजदूरों, आम लोगों तथा महिलाओं का शोषषण हुआ है, वह पहले कभी नहीं देखा गया।'