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मातृभूमि ने किया पराक्रमी का 'अभिनंदन', वाघा बॉर्डर के रास्‍ते वतन लौटे

देश की आंखों के नूर पराक्रमी विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान पाकिस्तान से आजाद होकर शुक्रवार देर शाम वाघा बार्डर के रास्ते वतन लौट आए।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 01 Mar 2019 11:19 PM (IST)Updated: Sat, 02 Mar 2019 01:35 AM (IST)
मातृभूमि ने किया पराक्रमी का 'अभिनंदन', वाघा बॉर्डर के रास्‍ते वतन लौटे
मातृभूमि ने किया पराक्रमी का 'अभिनंदन', वाघा बॉर्डर के रास्‍ते वतन लौटे

संजय मिश्र, नई दिल्ली। देश की आंखों के नूर पराक्रमी विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान पाकिस्तान से आजाद होकर शुक्रवार देर शाम वाघा बार्डर के रास्ते वतन लौट आए। दुश्मन की गिरफ्त में भी अद्भुत साहस दिखाने वाले वर्तमान का अपनी सरजमीं पर कदम रखते ही देश ने दिल खोलकर 'अभिनंदन' किया।

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अमृतसर-वाघा सीमा पर रात 9 बजकर 21 मिनट पर पाकिस्तान ने अभिनंदन को भारत को सौंपा। जांबाज सैनिक की तरह सिर ऊंचा किए दृढ़ता के भाव लिए पाक सीमा से अभिनंदन ने जैसे ही भारतीय सरजमीं पर कदम रखा मातृभूमि लौटने की खुशी उनके चेहरे पर मुस्कान के रूप में सामने आयी। इसके बाद विंग कमांडर करीब दस बजे अभिनंदन अमृतसर से दिल्‍ली के लिए रवाना हुए। उन्‍हें विशेष विमान से दिल्‍ली लाया गया। यहां उनका राम मनोहर लोहिया अस्‍पताल में उनका मेडिकल होगा। 

पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने अभी भी पाकिस्तान को लेकर नरमी का संकेत नहीं दिया है मगर अभिनंदन की रिहाई के मद्देनजर शुक्रवार को दोनों देशों की ओर से रणनीतिक संयम बरती गई। किसी भी तरफ से कोई तीखा बयान नहीं आया।

अभिनंदन की रिहाई पर तत्काल खुशी का इजहार करने के अलावा भारतीय वायुसेना ने कोई टिप्पणी नहीं कर साफ-साफ संकेत दे दिया कि पाकिस्तान से मसला जांबाज पायलट की रिहाई तक का नहीं बल्कि असल मुद्दा आतकंवाद ही रहेगा। वाघा बार्डर पर भारतीय वायुसेना को सौंपे गए अभिनंदन को सबसे पहले मेडिकल जांच के लिए ले जाया जाएगा और उन्हें दिल्ली लाया जा रहा है।

जांबाज पायलट की अगवानी करने खुद वाघा पहुंचे वायुसेना के एयर वाइस मार्शल रवि कपूर ने अभिनंदन की वापसी के बाद मीडिया से संक्षिप्त बयान में कहा कि चूंकि विमान क्रैश होने के बाद पाराशूट से कूदने के कारण उन्हें अंदर तक चोट लगी है। शरीर के अंदर दबाव होगा और इसीलिए सबसे पहले उनकी मेडिकल जांच होगी। उन्होंने पाकिस्तान के इस कदम पर सीधे कोई बात नहीं कही और केवल इतना कहा कि वायुसेना उनके लौटने से खुश है।

पाकिस्तान ने अभिनंदन को सौंपने में थोड़ी देरी की ताकि जनसमूह का सैलाब सीमा पर अभिनंदन का स्वागत करने को मौजूद न रहे। इसलामाबाद से लाहौर लाने में पहले विलंब हुआ और फिर औपचारिक प्रक्रिया पूरी करने में भी समय लगा। लाहौर में प्रक्रिया के तहत मेडिकल जांच की गई और फिर पाक अधिकारियों ने इसलामाबाद स्थित भारत के डिफेंस अटैची के साथ अभिनंदन को भारतीय अधिकारियों को सौंपा।

वाघा बार्डर पर पाकिस्तानी की तरफ के गेट से जैसे ही अभिनंदन भारतीय गेट की सीमा में आए वहां मौजूद विदेश मंत्रालय व बीएसएफ के अधिकारियों ने उन्हें गर्मजोशी से अपने साथ लिया। इसके तुरंत बाद अभिनंदन को लेकर सरकारी काफिला भारी सुरक्षा में तुरंत वहां से अमृतसर रवाना हो गया जहां से उन्हें दिल्ली लाया जाएगा।

पुलवामा हमले के बाद आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त कार्रवाई के ऐलान से परेशान पाकिस्तान ने रणनीतिक तौर पर विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा करने में देरी नहीं की। रिहाई के अपने कदम से पाकिस्तान ने भारत के साथ वार्ता की गुंजाइश का रास्ता खोलने की कोशिश की है। हालांकि भारत ने पहले ही गुरूवार को दो टूक कह दिया था कि अभिनंदन की रिहाई को लेकर पाकिस्तान की सौदेबाजी की किसी चाल को वह स्वीकार नहीं करेगा।

भारत की बालाकोट में जैश के आतंकवादी ठिकाने पर की गई हवाई कार्रवाई के जवाब में सैन्य प्रतिष्ठानों को लक्ष्य बनाने के प्रयासों को भारत ने गंभीरता से लिया है। भारत की गंभीरता को भांपते हुए ही पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरूवार को अभिनंदन को सही सलामत भारत को सौंपने का ऐलान करने में देर नहीं लगाई। अभिनंदन की रिहाई को इसी रणनीति के तहत इमरान ने पाकिस्तान की ओर से भारत को शांति की पेशकश भी बताई।

पाक एयरफोर्स की हिमाकत के बाद भारत की ओर से और बड़ी कार्रवाई को टालने की वजह से ही पाकिस्तान को उस अभिनंदन को अपने कब्जे से रिहा करना पड़ा जिसने पाक के एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था। विंग कमांडर अभिनंदन ने भारतीय वायुसेना के मिग-21 बाइसन जेट से इस पाक विमान को खदेड़ कर मार गिराया था।

इसी क्रम में जांबाज कमांडर अभिनंदन की बहादुरी की भारतीय पायलट का जेट एलओसी के पार जाकर क्रैश हो गया और वे पाक सेना ने उन्हें अपने कब्जे में ले लिया। मगर दुश्मन की सीमा में गिरने के बावजूद अभिनंदन ने पकड़े जाने से पहले अपने सिक्रेट मिशन के जरूरी कागजात चबा लिया और कुछ को तालाब के पानी में नष्ट कर दिया।

इतना ही नहीं, पाक सेना के अफसरों के पूछे जाने पर भी न्यूनतम जानकारी देने के अलावा अभिनंदन ने कोई सूचना साझा करने से इनकार कर दिया। भारत के इस जांबाज पायलट की दुश्मन की गिरफ्त में होने के बावजूद दिखाई गई दृढ़ता और साहस की पाकिस्तानी मीडिया की सुर्खियों में भी जमकर सराहना की गई है। भारत और पाक के मौजूदा गहरे तनाव में अभिनंदन की रिहाई

प्रोपेगेंडा में जुटा पाकिस्तान
पाकिस्तान ने जांबाज पायलट की रिहाई से पहले अपने मीडिया प्रोपगेंडा की रणनीति के तहत अभिनंदन का एक वीडियो भी जारी किया। दर्जनों कट वाले इस वीडियो में पाक सेना ने अपनी छवि दुरूस्त कराने को लेकर अभिनंदन के मुंह से कुछ सकारात्मक बयान दिलाने का प्रयास भी किया है।


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