PM मोदी से मिले अफगान वार्ताकर अब्दुल्ला, तालिबान संग शांति वार्ता में भारत करेगा पूर्ण समर्थन
तालिबान के साथ चल रही शांति वार्ता में अब्दुल्ला अब्दुल्ला की अध्यक्षता वाली समिति ही अफगान सरकार का प्रतिनिधित्व कर रही है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुलह के लिए उच्च परिषद के अध्यक्ष डॉ. अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
नई दिल्ली, एएनआइ। अफगानिस्तान की राष्ट्रीय सुलह परिषद के प्रमुख अब्दुल्ला अब्दुल्ला शांति प्रक्रिया पर भारत का समर्थन पाने के लिए देश के दौरे पर हैं। अफगान वार्ताकर अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। तालिबान के साथ चल रही शांति वार्ता में अब्दुल्ला अब्दुल्ला की अध्यक्षता वाली समिति ही अफगान सरकार का प्रतिनिधित्व कर रही है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुलह के लिए उच्च परिषद के अध्यक्ष डॉ. अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच पहली बार वार्ता हो रही है। अफगानिस्तान में राष्ट्रपति अशरफ गनी के बाद नंबर दो की हैसियत रखने वाले अब्दुल्ला पांच दिन की यात्रा पर मंगलवार को नई दिल्ली पहुंचे थे।
डोभाल से मिले अब्दुल्ला, भारत ने दिया समर्थन
इससे पहले अब्दुल्ला अब्दुल्ला की बुधवार को नई दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल से मुलाकात हुई। इस मुलाकात में तालिबान के साथ चल रही शांति वार्ता की प्रगति और अन्य द्विपक्षीय मसलों पर चर्चा हुई। इस वार्ता में भारत ने शांति वार्ता के पूर्ण समर्थन का एलान किया है। बातचीत में डोभाल ने भारत की इस अपेक्षा को अभिव्यक्त किया। बैठक में डोभाल के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ जनरल बिपिन रावत, थल सेनाध्यक्ष एमएम नरवाने, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान मामलों के संयुक्त सचिव जेपी सिंह भी शामिल थे। इस खास वार्ता में अफगानिस्तान की राष्ट्रीय सुलह परिषद के प्रमुख अब्दुल्ला अब्दुल्ला के साथ कई अफगान नेता और अधिकारी भी शामिल थे।
इस वार्ता के बाद ट्वीट कर अब्दुल्ला ने शांति वार्ता को भारत के पूरे समर्थन के बारे में बताया। कहा कि डोभाल ने उन्हें आश्वस्त किया है कि अफगानिस्तान में होने वाले शांति समझौते का भारत पूरा समर्थन करेगा। अब्दुल्ला ने बताया कि भारत स्वतंत्र, लोकतांत्रिक, संप्रभु और शांत अफगानिस्तान के पक्ष में है।