Move to Jagran APP

सुपरस्‍टार रजनीकांत रोजी रोटी के लिए बने थे कुली और की थी बस कंडक्‍टर की नौकरी

शिवाजी राव गायकवाड को दुनिया आज रजनीकांत के रूप में पहचानती है। शुरुआती दौर में उन्‍हें अपना पेट भरने के लिए कुली तक का काम करना पड़ा था।

By Kamal VermaEdited By: Published: Thu, 12 Mar 2020 02:59 PM (IST)Updated: Fri, 13 Mar 2020 02:27 AM (IST)
सुपरस्‍टार रजनीकांत रोजी रोटी के लिए बने थे कुली और की थी बस कंडक्‍टर की नौकरी
सुपरस्‍टार रजनीकांत रोजी रोटी के लिए बने थे कुली और की थी बस कंडक्‍टर की नौकरी

नई दिल्‍ली। दक्षिण भारत में अभिनेता से नेता बनने वालों की अच्‍छी खासी लिस्‍ट है। अब इस फहरिस्‍त में सुपरस्‍टार रजनीकांत का भी नाम जुड़ गया है। रजनीकांत सिर्फ दक्षिण भारत में ही लोगों के दिलों पर राज नहीं करते हैं बल्कि पूरे भारत में लोग उन्‍हें पसंद करते हैं। हाल ही में उन्‍होंने डिस्‍कवरी पर बेयर गिल के साथ एक एडवेंचर टूर की भी शूटिंग की है। इससे बेयर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी इसी तरह की शूटिंग कर चुके हैं। बेयर गिल ने उन्‍हें एडवेंचर पंसद और जिंदादिल इंसान बताया था। 

loksabha election banner

थलाइवा से पहले शिवाजी गायकवाड 

आपको बता दें कि रजनीकांत का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड है। वह अभिनेता के साथ-स्‍क्रीन राइटर और प्रोड्यूसर भी हैं। सुपरस्‍टार रजनीकांत दक्षिण में 'थलाइवा' के नाम से भी जाने और पहचाने जाते हैं, जिसका अर्थ होता है 'लीड़र'। बेहद कम लोग जानते हैं कि थलाइवा तक पहुंचने वाले रजनीकांत सिनेमा की चमकधमक में आने से पहले स्‍टेट ट्रांसपोर्ट की बस में कड़ेक्‍टर हुआ करते थे। इससे भी पहले उन्‍होंने कुली के तौर पर भी काम किया था। 1973 में उन्‍होंने मद्रास फिल्‍म इंस्टिट्यूट से एक्टिंग में डिप्‍लोमा हासिल किया और फिर 1975  में वह पहली बार के बालाचंद्रन की तमिल फिल्‍म अपूर्वा रागंगल में नजर आए।

फिल्‍मों की शुरुआत 

बालाचंद्रन की फिल्‍म से उन्‍होंने सुपरस्‍टार बनने के सफर की शुरुआत भी की थी। 1976 में आई अंथुलेनी कथा और फिर मोंद्रू मुदिचू से उनका करियर का ग्राफ बढ़ना शुरू हुआ। उनका डॉयलॉग बोलने का अलग अंदाज लोगों को इस कदर भाया कि उन्‍हें हाथों-हाथ लिया जाने लगा। 1978 में मुल्‍लम मालारम और अवल अपादिथन के लिए उन्‍हें तमिलनाडु स्‍टेट फिल्‍म अवार्ड भी मिला। 1980 की थ्रिलर मूवी बिल्‍ला जो बाद में डॉन के नाम से हिंदी में बनी और जिसमें उस वक्‍त के मशहूर एंग्री यंग मैन अमिताभ बच्‍चन ने लीड रोल किया था, को जबरदस्‍त सफलता हासिल हुई थी।  

एशिया में सबसे महंगे हीरो

इसके बाद सुरेश कृष्‍णा की डायरेक्‍शन में बनी बाषा को भी बॉक्‍स ऑफिस पर जबरदस्‍त सफलता हासिल हुई। इसके एक साल बाद आई केएस रविकुमार मुत्‍थू को बाद में जापानी भाषा में डब किया गया और वहां पर उसने 1990 में डेढ़ करोड़ डॉलर से अधिक की कमाई की थी। ये उस दौर की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्‍म भी थी। 2007 में आई शिवाजी के दौरान रजनीकांत पूरे एशिया में सबसे महंगे हीरो थे। 

पुणे से ताल्‍लुक 

रजनीकांत दक्षिण भारत के सुपरस्‍टार जरूर हैं लेकिन मूल रूप से उनका ताल्‍लुक पुणे से है। 12 दिसंबर 1950 को उनका जन्‍म मराठी कोली परिवार में बेंगलूर, कर्नाटक में हुआ था। उनके पिता का नाम रामोजी गायकवाड था। उन्‍होंने अपने इस बेटे का नाम महाराष्‍ट्र के महान छत्रपति शिवाजी के नाम पर शिवाजी राव गायकवाड रखा था। उनके पूर्वज महाराष्‍ट्र के पुणे से ही आते हैं। रजनीकांत ने शुरुआती दौर में अपनी रोजी-रोटी के लिए काफी संघर्ष किया। कुछ समय तक इसके लिए उन्‍होंने कुली के रूप में भ काम किया।

कुली और कंडक्‍टर

इसके बाद उन्‍हें स्‍टेट बस सर्विस में कडंक्‍टर की नौकरी मिल गई। रजनी ने महज 9 वर्ष की उम्र में अपनी मां को खो दिया था। पढ़ाई के अलावा उनका रुझान खेल की तरफ काफी था। बेहद कम लोग जानते हैं कि रजनीकांत ने रामाकृष्‍ण मठ में रहकर भी पढ़ाई की है। यहां पर उन्‍होंने वेदों को पढ़ा। यहां से ही उनका रुझान थियेटर की तरफ हुआ था। एकलव्‍य उनका किया पहला नाटक था। यह नाटक उन्‍होंने महज 12 वर्ष की आयु में किया था। स्‍कूल की पढ़ाई के दौरान उन्‍होंने कई नाटकों में काम किया। यहां का शौक ही उन्‍हें बाद में फिल्‍म इंस्टिट्यूट ले गया। हालांकि यहां तक लाने में उनके दोस्‍त राज बहादुर की भी भूमिका काफी अहम थी। 

लंबी है पुरस्‍कारों की सूची

रजनीकांत को मिले पुरस्‍कारों की सूची भी काफी लंबी है। उन्‍हें 2000 में पद्म भूषण, 2016 में पद्म विभूषण, शिवाजी गनेशन पुरस्‍कार, विजय अवार्ड, 2014 का इंटरनेशनल फिल्‍म फेस्टिवल ऑफ इंडिया अवार्ड,  सेंटनरी अवार्ड फॉर इंडियन फिल्‍म पर्सनेलिटी ऑफ द ईयर अवार्डए आइकॉन ऑफ ग्‍लोबल जुबली अवार्ड मिल चुका है।

दक्षिण में कई अभिनेताओं ने की राजनीति में एंट्री  

दक्षिण भारतीय अभिनेताओं की यदि बात करें तो ऐसे कई अभिनेता हैं जिन्‍होंने शुरुआत तो फिल्‍म से की लेकिन बाद में नेता बन गए। इनमें एनटी रामाराव और जयललिता दक्षिण की राजनीति के सबसे सफल चेहरे रहे हैं। इनके अलावा पवन कल्‍याण, चिरंजीवी, कमल हसन भी राजनीत‍ि में आ चुके हैं। पूरे देश की राजनीति की यदि बात करें तो इनकी फहरिस्‍त काफी लंबी है। इसमें राजेश खन्‍ना, अमिताभ बच्‍चन, गोविंदा, शत्रुघ्‍न सिन्‍हा, सन्‍नी देओल, हेमा मालिनी, उर्मिला मातोंडकर, रेखा, जयाप्रदा का भी नाम शामिल है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.