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US को सिद्धार्थ नाथ का सेहत मंत्र, ‘यूपी के बिना भारत के साथ मजबूत संबंध मुश्‍किल’

उत्‍तर प्रदेश के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, अमेरिकी सरकार को यह समझना होगा कि अगर उसे भारत के साथ कारोबार बढ़ाना है तो यूपी सबसे मजबूत कड़ी होगा।

By Monika MinalEdited By: Published: Fri, 04 May 2018 01:04 PM (IST)Updated: Fri, 04 May 2018 01:04 PM (IST)
US को सिद्धार्थ नाथ का सेहत मंत्र, ‘यूपी के बिना भारत के साथ मजबूत संबंध मुश्‍किल’
US को सिद्धार्थ नाथ का सेहत मंत्र, ‘यूपी के बिना भारत के साथ मजबूत संबंध मुश्‍किल’

वाशिंगटन (प्रेट्र)। अगर भारत के साथ अमेरिका अपने संबंधों को मजबूत करना चाहता है तो यह उत्‍तर प्रदेश को नजरअंदाज नहीं कर सकता। अमेरिका में उत्‍तर प्रदेश के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह राज्‍य के उच्‍चाधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्‍व कर रहे हैं।

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उन्‍होंने कहा कि अमेरिकी सरकार को यह समझना होगा कि अगर उसे भारत के साथ कारोबार बढ़ाना है तो उत्‍तर प्रदेश सबसे मजबूत कड़ी होगा। अन्‍य राज्‍यों में भी अमेरिकी कंपनियां कारोबार फैला सकती हैं। उन्‍होंने इसकी वजह बताते हुए कहा कि अगर भारत का हेल्‍थ इंडेक्‍स सुधारना है तो इसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश से ही होगी, क्‍योंकि आबादी के लिहाज से उत्तर प्रदेश बड़े जनसंख्‍या घनत्‍व वाले भारतीय राज्‍यों में से एक है।

कैलिफोर्निया की सिलिकॉन वैली में एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से भी मिले। इसके बाद उन्‍होंने अमेरिकी सरकार के अधिकारियों से मुलाकात की और उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए प्रेरित किया। उन्‍होंने कहा कि अगर अमेरिकी कंपनियां उत्तर प्रदेश में निवेश करेंगी तो इससे उनके कारोबार में बढ़ोतरी होगी, क्‍योंकि उत्तर प्रदेश बहुत बड़ा बाजार है और यहां तमाम संभावनाएं हैं।

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने अमेरिका की स्‍टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ वैक्‍सीन, रेडिएशन एंड कैंसर बॉयोलॉजी सेंटर से संबंधित समझौते किए हैं। इसके तहत यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश में सहयोगी बढ़ाएगी। पेप्‍सिको और कारगिल्‍ल जैसी कंपनियों ने राज्‍य के कृषि क्षेत्र में निवेश की संभवनाएं जताई। दोनों कंपनियोंने उत्‍तर प्रदेश के साथ एमओयू पर हस्‍ताक्षर किए।


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