हेलसिंकी में सोमवार को पुतिन से मिलेंगे ट्रंप, विश्व की लगीं शिखर बैठक पर निगाहें
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूसी दखल के आरोपों के मद्देनजर हर कोई जानना चाह रहा है कि दोनों नेताओं में क्या बातचीत होती है?
हेलसिंकी, एएफपी/रायटर। जून महीने में दुनियाभर के कूटनीतिक विशेषज्ञों की नजरें सिंगापुर की ओर लगी हुई थीं। 12 जून को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन से ऐतिहासिक बैठक कर रहे थे। अब एक माह बाद हेलसिंकी का नंबर है। सोमवार को फिनलैंड की राजधानी में ट्रंप रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने वाले हैं। यह इन दोनों नेताओं की पहली बैठक होगी। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूसी दखल के आरोपों के मद्देनजर हर कोई जानना चाह रहा है कि दोनों नेताओं में क्या बातचीत होती है?
हालांकि, रविवार को मीडिया से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि उन्हें इस बैठक से कोई बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि वे पुतिन से अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में दखल के लिए आरोपित जासूस सौंपने की मांग कर सकते हैं।
यूरोप आने से पहले जब ट्रंप ने कहा था कि उनकी यात्रा का सबसे आसान हिस्सा हेलसिंकी प्रवास रहेगा, तो कई लोगों की भवें तन गई थीं। ब्रसेल्स और लंदन प्रवास के दौरान अब तक ट्रंप की यात्रा विवादों में रही है। इस बीच, अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में रूसी दखल का मामला फिर गरमा गया है।
कहा जा रहा है कि राष्ट्रपति चुनाव जीतने में पुतिन ने ट्रंप की गुप्त रूप से मदद की थी। इस मामले में अमेरिका में रूस के 12 खुफिया अधिकारियों के खिलाफ इसी शुक्रवार को आरोप तय किए गए।
दूसरी तरफ, रूसी राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा है कि वाशिंगटन और मॉस्को का द्विपक्षीय संबंध बेहद खराब है। हमें एक नई शुरुआत करनी होगी। हालांकि, हम ट्रंप को बातचीत के योग्य साझीदार मानते हैं।
ट्रंप ने टेरीजा को दी ईयू पर मुकदमा चलाने की सलाह
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे को ब्रेक्जिट के मुद्दे पर यूरोपीय संघ (ईयू) से बातचीत करने के बजाय मुकदमा चलाने की सलाह दी है। टेरीजा के साथ साझा प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने ब्रिटिश प्रधानमंत्री को ब्रेक्जिट मामले पर सुझाव दिया है, लेकिन, शायद उनकी नजरों में यह 'बहुत कठिन' और 'क्रूर' है।
बीबीसी द्वारा यह पूछे जाने पर कि ट्रंप ने क्या सुझाव दिया था, टेरीजा ने कहा कि उन्होंने ईयू पर मुकदमा चलाने को कहा था। आश्चर्यजनक रूप से ट्रंप ने प्रधानमंत्री को बातचीत से पीछे नहीं हटने को भी कहा था, क्योंकि ऐसा होने पर मामला अटक जाएगा।