ईरान से न हो पाए तेल की खरीद, भारत को मनाने पहुंचे अमेरिकी प्रतिनिधि
हुक के साथ अमेरिका के उप ऊर्जा सचिव फ्रांसिस आर फैनन भारतीय अधिकारियों के साथ दो दिनों तक विमर्श करेंगे।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। ईरान से तेल खरीदते रहने के भारत के फैसले के बीच अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि ब्रायन हुक भारत पहुंचे हैं। हुक को ट्रंप प्रशासन ने ईरान मुद्दे पर अपना विशेष प्रतिनिधि बना रखा है जो भारत व यूरोपीय देशों के साथ विमर्श कर रहे हैं। हुक के साथ अमेरिका के उप ऊर्जा सचिव फ्रांसिस आर फैनन भारतीय अधिकारियों के साथ दो दिनों तक विमर्श करेंगे।
माना जा रहा है कि हुक की रिपोर्ट के आधार पर ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यह फैसला करेंगे कि कुछ देशों को ईरान से तेल खरीदने के मुद्दे पर छूट दी जाए या नहीं। भारत, चीन व यूरोपीय देश अमेरिकी प्रतिबंध के बावजूद ईरान से तेल खरीदने का सौदा कर रहे हैं। इस बारे में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक दिन पहले ही कहा है कि, जल्द ही भारत को मालूम चल जाएगा कि हम अमेरिकी प्रतिबंधों का उल्लंघन करने पर क्या फैसला करते हैं।
उधर, पीएम नरेंद्र मोदी की तरफ से शुक्रवार को बुलाई गई उच्चस्तरीय बैठक में भी ईरान से तेल आयात के मुद्दे पर चर्चा होने की सूचना है। सूत्रों के मुताबिक पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने तेल आयात की मौजूदा स्थिति पर शीर्ष स्तर को अवगत कराया है।
उन्होंने बताया है कि भारत के लिए ईरान से तेल आयात को पूरी तरह से बंद करना अभी मुश्किल है। भारत की दो बड़ी तेल कंपनियों ने हाल ही में ईरान से तेल खरीदने का सौदा किया है। यह सौदा नवंबर, 2018 के लिए किया गया है। वैसे भारत की मंशा यह है कि वह फिलहाल ईरान से तेल आयात पूरी तरह से बंद नहीं करे बल्कि आयात की मात्रा घटा दे। ऐसा वर्ष 2012 में भी तत्कालीन यूपीए सरकार ने ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों को देखते हुए किया था।