उत्तरी आयरलैंड में गर्भपात कानून को मंजूरी देने से टेरीजा मे का इन्कार
उत्तरी आयरलैंड के गर्भपात कानून में रियायत देने के जनमत को मंजूरी देने से ब्रिटिश पीएम टेरीजा मे ने फिलहाल इन्कार कर दिया है।
लंदन(प्रेट्र)। उत्तरी आयरलैंड के गर्भपात कानून में रियायत देने के जनमत को मंजूरी देने से ब्रिटिश पीएम टेरीजा मे ने फिलहाल इन्कार कर दिया है। उनका मानना है कि वहां की सरकार ही इस तरह का कोई कानून बना सकती है, लेकिन सिक्के का दूसरा पहलू यह है कि जनवरी 2017 से यहां कोई सरकार है ही नहीं।
हालांकि मे की अपनी कंजरवेटिव पार्टी के सांसद मानते हैं कि उत्तरी आयरलैंड के लोगों की इच्छा पर वहां के गर्भपात कानून को बदला जाना चाहिए। उत्तरी आयरलैंड में सरकार न होने की वजह से टेरीजा मे को वहां सीधे किसी भी कानून को मंजूरी देने का अधिकार हैं। अलबत्ता मे की सरकार खुद वेंटीलेटर पर है।
उन्हें दूसरे दलों के सहयोग से सरकार चलानी पड़ रही है। ब्रिटिश पीएम इस समय खुद गंभीर संकट से जूझ रही हैं। यूरोपीय संघ से अलग होने के फैसले पर वह आम राय कायम करने में लगातार असफल हो रही हैं। यह उनका चुनावी वायदा था। गौरतलब है कि उ. आयरलैंड में गर्भपात के कानून बेहद कड़े हैं। केवल मां की गंभीर हालत पर ही गर्भपात की इजाजत मिलती है।
यहां तक कि दुष्कर्म पीड़िता व भ्रूण में विसंगति आने के मामले में भी गर्भपात की अनुमति नहीं है। हाल में हुए ऐतिहासिक जनमत संग्रह में एक के मुकाबले दो के बहुमत से लोगों ने गर्भपात कानून में बदलाव के लिए सहमति जताई है। टेरीजा मे ने ट्वीट करके लोगों की भावना का सम्मान तो किया है, लेकिन इसे मंजूरी देने के बारे में कोई बात नहीं की। उनका कहना है कि वहां की सरकार ही इस बारे में कोई फैसले ले सकती है।