सुषमा स्वराज ने कहा, वैश्विक स्तर पर प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं भारत और चीन
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा, भारत और चीन अगर मिलकर कार्य करें तो वे क्षेत्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत और चीन अगर मिलकर कार्य करें तो वे क्षेत्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं। दोनों देश न केवल एशिया का नेतृत्व कर सकते हैं बल्कि दुनिया के समक्ष आने वाले सौ साल एशिया की शताब्दी के तौर पर प्रस्तुत कर सकते हैं।
यह बात विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने संदेश में कही है। उनका यह संदेश तीसरे इंडिया-चाइना थिंक टैंक्स फोरम के उद्घाटन सत्र में पढ़ा गया। दो दिवसीय इस सेमिनार का आयोजन वैश्विक मामलों की परिषद (आइसीडब्ल्यूए) ने किया है। आपसी रिश्ते बढ़ाने के लिए सुषमा शुक्रवार को अपने चीनी समकक्ष वांग ई से वार्ता करेंगी।
सुषमा का यह बयान चीन के विदेश मंत्री वांग ई के भारत दौरे से ठीक पहले आया है। वांग आपसी समझ बढ़ाने वाली उच्च स्तरीय बैठक के लिए नई दिल्ली आने वाले हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया है कि आपसी रिश्तों को मजबूत करने के लिए यह अपनी तरह की पहली बैठक होगी।
इसमें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अपने चीनी समकक्ष के साथ मजबूत संबंधों के लिए भविष्य की रूपरेखा बनाने का कार्य करेंगे। यह बैठक दोनों देशों के शीर्ष नेताओं की चीन के वुहान शहर में हुई मुलाकात की अगली कड़ी होगी।
दोनों देशों के विद्वान इंडिया-चाइना थिंक टैंक्स फोरम के जरिये संबंधों को मजबूत करने की सलाह देंगे। उद्घाटन सत्र में आइसीडब्ल्यूए के महानिदेशक टीसीए राघवन और चाइनीज एकेडेमी ऑफ सोशल साइंसेज के उपाध्यक्ष जाओ प्योंग ने भी विचार व्यक्त किए। फोरम में चीन के विदेश मंत्री का संदेश भी पढ़ा गया। इस संदेश में दो प्राचीन सभ्यताओं के सहयोग से एशिया महाद्वीप को होने वाले फायदों की तरफ ध्यान आकृष्ट किया गया है।