लॉकडाउन की घोषणा के बाद रूस ने भारत से अपने यात्रियों को किया एयरलिफ्ट, कई चेहरों पर आई मुस्कान
21 दिनों के लॉकडाउन अनाउंसमेंट के बाद रूस ने भारत में जगह-जगह फंसे अपने नागरिकों को निकालना शुरू कर दिया है। ऐसे में उन लोगों के चेहरों पर घर वापसी की चमक आनी जरूरी है।
नई दिल्ली (एएनआई)। कुछ दिन पहले एक अंग्रेजी अखबार में एक खबर छपी थी जिसमें एक जोड़े को दिल्ली के लोधी गार्डन के पास अपनी फोटो बेचते हुए दिखाया गया था। ये दोनों रूस से आए थे और अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा के की आवाजाही बंद करने की वजह से यहां पर फंस गए। ये तीन महीने के वीजा पर भारत आए थे। खबर के मुताबिक इनके पास पैसे खत्म हो गए थे और ये अपनी फोटो बेचकर मिले पैसों से खाना खरीदना चाहते थे। इनका नाम था विक्टर और ऐना फ्लाइट। दरअसल, उन्हें नहीं पता कि अब कब वापस घर जा पाएंगे। इसलिए अपनी आर्थिक स्थिति ठीक रखने के लिए ये लोग फोटोज बेच रहे हैं।
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए भारत में फंसने वालों में केवल ये दोनों ही नहीं थे बल्कि ऐसे कई दूसरे पर्यटक भी शामिल हैं। जहां तक इनका सवाल है तो लोधी गार्डन के पास बैठे इस जोड़े ने अपने आगे एक बोर्ड लगा रखा है। इसपर लिखा था 'हम अपने दुनिया टूर की फोटोज बेहद कम दाम में बेच रहे हैं। यह पैसा होटल और खाने पर खर्च होगा। ऐना के मुताबिक वे लोग तीन महीने के टूर पर भारत आए थे और 23 मार्च को वापस मॉस्को जाने वाले थे, लेकिन इससे पहले ही सरकार के उठाए कदमों की वजह से वह नहीं जा पाए। खबर के मुताबिक इन्हें इस हालत में देखकर एक व्यक्ति ने उन्हें अपने घर में जगह दी और खाना भी दिया था। इनका कहना था कि उन्हें कब तक यहां रहना होगा साफ नहीं है। ऐसे में वे कुछ पैसा खुद भी कमाना चाहते थे।
लेकिन अब रूस की सरकार भारत में फंसे अपने नागरिकों को निकालने की तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे में ऐना और विक्टर जैसे दूसरे पर्यटकों के चेहरों पर मुस्कुराहट आना बेहद लाजमी है। रूस की सरकार ने ये फैसला 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 21 दिनों के लॉकडाउन के बाद एलान के बाद लिया है। एएनआइ रूस ने भारत से अपने नागरिकों को निकालना शुरू कर दिया है। इसके तहत रूसी विमानों ने बुधवार को नई दिल्ली और गोवा से अपने सैकड़ों नागरिकों को लेकर उड़ान भरी। नई दिल्ली से वापस रूस जाने वालों की संख्या 350 से ज्यादा है। इनमें वे लोग भी शामिल हैं जो वृंदावन और ऋषिकेश जैसे धार्मिक स्थलों में लंबे समय से रह रहे थे। रूस के हवाई यातायात प्राधिकरण ने वापसी के इच्छुक लोगों से अपील की है कि वे इसकी सूचना रूस के दूतावास को दें। रूस भारत के अलावा लैटिन अमेरिकी देशों और मिस्त्र से भी अपने नागरिकों को वापस लाने के अभियान में जुटा है।
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