राष्ट्रपति कोविंद ने कहा- म्यांमार में शांति व स्थिरता भारत के भी हित में
म्यांमार दौरे पर पहुंचे राष्ट्रपति कोविंद ने यहां के प्रसिद्ध श्री काली मंदिर में भी दर्शन किया। यह मंदिर तमिल से आए लोगों ने 1871 में बनाया था।
नेपीता, प्रेट्र। म्यांमार में शांति और स्थिरता भारत के भी हित में हैं। म्यांमार की आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को यह बात कही। दोनों देशों ने सीमाओं पर सुरक्षा कायम रखने पर जोर दिया है। संयुक्त बयान में वैश्विक समुदाय से आतंकवाद के प्रति दोहरा मापदंड नहीं अपनाने की अपील भी की गई।
नेपाल में लोकतांत्रिक संस्थाओं की मजबूती के लिए भारत करेगा हरसंभव सहयोग
म्यांमार यात्रा के दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने म्यांमार की राष्ट्रपति यू विन मिंत और स्टेट काउंसलर आंग सान सू की से वार्ता की। वार्ता के बाद संयुक्त बयान में कहा गया, 'नेताओं के बीच सहमति बनी है कि आतंकवाद इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए बड़ा खतरा है। इससे हर तरह से निपटना चाहिए।' दोनों देशों ने एक-दूसरे की संप्रभुता के प्रति सम्मान व्यक्त किया और इस बात पर भी जोर दिया कि अपनी धरती का इस्तेमाल दूसरी ओर आतंकी गतिविधियां संचालित करने के लिए नहीं होने देंगे।
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि म्यांमार में शांति व स्थिरता स्वयं भारत के भी हित में है और भारत यहां लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करने की दिशा में हरसंभव मदद करेगा। उन्होंने म्यांमार के साथ कारोबारी संबंधों में भी मजबूती की बात कही।
काली मंदिर में किया दर्शन
म्यांमार दौरे पर पहुंचे राष्ट्रपति कोविंद ने यहां के प्रसिद्ध श्री काली मंदिर में भी दर्शन किया। यह मंदिर तमिल से आए लोगों ने 1871 में बनाया था। यह मंदिर अपनी शानदार बनावट के लिए प्रसिद्ध है। राष्ट्रपति ने मुगल सल्तनत के आखिरी बादशाह बहादुर शाह जफर की कब्र पर चादर भी चढ़ाई।