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अपने ट्वीट से हिंदुस्तानियों का दिल जीत रहे अफगान राजदूत को प्रधानमंत्री मोदी ने दी यह सलाह

भारत और अफगानिस्‍तान के बीच संबंधों की एक बानगी गुरुवार को राष्ट्रीय डाक्टर दिवस पर नजर आई। भारत में अफगानिस्‍तान के राजदूत फरीद मामुंदजई का एक ट्वीट देशवासियों के दिल को छू गया। फरीद मामुंदजई ने गुरुवार को एक भारतीय डॉक्‍टर की दरियादिली की जमकर तारीफ की।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 01 Jul 2021 06:28 PM (IST)Updated: Thu, 01 Jul 2021 11:35 PM (IST)
अपने ट्वीट से हिंदुस्तानियों का दिल जीत रहे अफगान राजदूत को प्रधानमंत्री मोदी ने दी यह सलाह
भारत और अफगानिस्‍तान के बीच संबंधों की एक बानगी गुरुवार को राष्ट्रीय डाक्टर दिवस पर नजर आई।

नई दिल्‍ली, एजेंसियां। भारत और अफगानिस्‍तान के बीच संबंधों की एक बानगी गुरुवार को राष्ट्रीय डाक्टर दिवस पर नजर आई। भारत में अफगानिस्‍तान के राजदूत फरीद मामुंदजई का एक ट्वीट देशवासियों के दिल को छू गया। फरीद मामुंदजई ने गुरुवार को एक भारतीय डॉक्‍टर की दरियादिली की जमकर तारीफ की। इस पर उनके भारतीय प्रशंसकों ने उन्‍हें अपने शहर आने का न्‍योता दिया। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अफगानिस्‍तान के राजदूत को गुजरात के हरिपुरा गांव जाने की सलाह दी।

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पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में अफगान राजदूत से कहा कि आप बलकौर सिंह ढिल्लों के हरिपुरा भी जाइए और गुजरात के हरिपुरा भी जाइए। वह भी अपने आप में इतिहास समेटे हुए है। मेरे देश के एक डॉक्टर के साथ का आपने जो अनुभव शेयर किया है वो भारत और अफगानिस्तान के रिश्तों की खुशबू की एक महक है। इसके तुरंत बाद अफगानिस्‍तान के राजदूत फरीद मामुंदजई ने ट्वीट कर अपने ही अंदाज में जवाब दिया...

अफगान राजदूत ने कहा- अच्छे दोस्त सितारों की तरह होते हैं, आप उन्हें हमेशा नहीं देखते लेकिन आप जानते हैं कि वे हमेशा मौजूद रहते हैं। भारतीयों और अफगानों के संबंधों की कहानी। समय देने के लिए माननीय प्रधानमंत्री जी का धन्यवाद। यह इस पुरानी और गहरी दोस्ती का एक और उदाहरण है।

दरअसल राजदूत फरीद मामुंदजई ने ट्वीट कर एक भारतीय डॉक्‍टर की तारीफ की थी। उन्‍होंने कहा- 'कुछ दिन पहले मैं इलाज के लिए एक डॉक्टर के पास गया था। यह जानने पर कि मैं भारत में अफगान राजदूत हूं डॉक्टर ने मेरे इलाज के लिए कोई भी भुगतान स्वीकार करने से इनकार कर दिया। जब मैंने इसकी वजह पूछी तो उन्‍होंने कहा कि यह सेवा तो अफगानिस्तान के लिए बहुत कम है। वह एक भाई से फीस नहीं लेंगे। मेरे पास आभार व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं थे। यह भारत है: प्यार, सम्मान, मूल्य और करुणा। आपके कारण मेरे दोस्त, अफगान थोड़ा कम रोते हैं, थोड़ा और मुस्कुराते हैं और बहुत अच्छा महसूस करते हैं।' 


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