प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्विडिश प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन के साथ की बैठक, जानें उन्होंने क्या कहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को स्विडिश प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की। वर्चुअल माध्यम से आयोजित इस बैठक में दोनों नेताओं ने कोविड के बाद के दौर में स्वीडन और भारत के बीच सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
नई दिल्ली, एजेंसियां। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को स्विडिश प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की। वर्चुअल माध्यम से आयोजित इस बैठक में दोनों नेताओं ने कोविड के बाद के दौर में स्वीडन और भारत के बीच सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। इस चर्चा में पीएम मोदी ने कहा कि हमने अब तक 50 देशों को भारत में बनी कोविड वैक्सीन उपलब्ध कराई है। हमने ऑनलाइन ट्रेनिंग कार्यक्रमों के द्वारा एशिया, साउथ ईस्ट एशिया और अफ्रीका के फ्रंट लाइन हेल्थ वर्कर्स और नीति निर्माताओं के साथ अपने अनुभव साझा किए हैं।
Addressing the Virtual Summit with @SwedishPM Stefan Löfven. https://t.co/ItxSF2HlXx" rel="nofollow
— Narendra Modi (@narendramodi) March 5, 2021
स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लोफेन के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के साथ चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में हमारी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता 162 फीसद बढ़ी है। भारत सरकार ने साल 2030 तक 450 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा लगाने का लक्ष्य रखा है। स्वीडन में कुछ दिन पहले हुए हिंसक हमले के लिए मैं सभी भारतीयों की तरफ से स्वीडन के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करना चाहता हूं। हमले में घायल लोग जल्द ठीक होंगे यही हमारी कामना है।
प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) ने बातचीत में स्टीफन लोफवेन से कहा कि 2018 में स्वीडन ने पहली इंडिया नॉर्डिक समिट आयोजित की थी, उस समय मुझे स्टॉकहोम आने का मौका मिला था। मैं आशा करता हूं कि जल्द ही हमें फिर से मिलने का मौका मिलेगा। जलवायु परिवर्तन पूरी दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण मसला है। हम दोनों देशों के लिए यह विशेष प्राथमिकता पर है। भारत इस मसले पर आपके साथ काम करना चाहेगा।इस बैठक में द्विपक्षीय जुड़ाव के अलावा, बातचीत में क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों के आपसी महत्व के कई विषयों पर चर्चा हुई।
पीएम मोदी ने कहा कि हमने अब तक 50 देशों को भारत में बनी कोविड वैक्सीन उपलब्ध कराई है। कोरोना संकट के दौरान हमें क्षेत्रीय और वैश्विक दोनों स्तरों पर सहयोग के महत्व का पता चला। जब पूरी दुनिया महामारी से लड़ रही थी तब भारत ने 150 से अधिक देशों को दवाइयां और अन्य आवश्यक वस्तुएं प्रदान की हैं। हमने ऑनलाइन ट्रेनिंग कार्यक्रमों के द्वारा एशिया, साउथ ईस्ट एशिया और अफ्रीका के फ्रंट लाइन हेल्थ वर्कर्स और नीति निर्माताओं के साथ अपने अनुभव भी साझा किए हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की संस्कृति ने हमेशा प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने पर जोर दिया है। हम पेरिस समझौते के तहत की गई अपनी प्रतिबद्धताओं पर आगे बढ़ रहे हैं। हम न केवल समझौते के लक्ष्यों को हासिल करेंगे वरन उससे आगे जाकर बहुत कुछ पाने की कोशिश करेंगे। जी20 देशों के साथ भारत ने अपने लक्ष्यों पर अच्छी प्रगति की है। पिछले पांच वर्षों में हमारी अक्षय ऊर्जा क्षमता में 162 फीसद की बड़ी बढ़ोतरी हासिल हुई है। हम इनोवेशन, प्रौद्योगिकी, निवेश, स्टार्टअप और अनुसंधान में अपने संबंधों को और आगे बढ़ा सकते हैं।