पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में फिर उठाया कश्मीर का मुद्दा
मलीहा लोधी ने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर की तरह ही फलीस्तीनियों की इच्छा की कद्र करता है जिसकी जमीन पर दूसरे देश का कब्जा है। मलीहा यही नहीं रुकीं।
संयुक्त राष्ट्र, प्रेट्र। दावोस में चल रहे विश्व आर्थिक सम्मेलन में कश्मीर का मुद्दा उठाने के बाद पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में भी इस पर दुनिया का ध्यान खींचने की नाकामयाब कोशिश की। सुरक्षा परिषद की गुरुवार को हुई बैठक में पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने फलस्तीन के बहाने कश्मीर मसले को उठा डाला। यह स्थिति तब है जब संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतेरस भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की बात से साफ इन्कार कर चुके हैं। बैठक मध्य-पूर्व देशों के हालात पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी। इसके बावजूद पाकिस्तान बाज नहीं आया।
मलीहा लोधी ने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर की तरह ही फलीस्तीनियों की इच्छा की कद्र करता है जिसकी जमीन पर दूसरे देश का कब्जा है। मलीहा यही नहीं रुकीं। उन्होंने यूएन को उपदेश देने के अंदाज में कहा कि उसे अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए और फलस्तीन पर बनाए गए अपने प्रस्तावों को लागू कराना चाहिए। यूएन को लंबे समय से चले आ रहे कश्मीर विवाद को भी निपटाना चाहिए ताकि दुनिया इस संस्था पर विश्वास ना खो दे। गौरतलब है कि पाकिस्तान हमेशा से कश्मीर मामले में मध्यस्थता की मांग करता रहा है जबकि भारत इस विवाद में किसी तीसरे पक्ष के शामिल होने के विरोध में है। हाल ही में सीमा पर युद्ध विराम के उल्लंघन और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के चलते दोनों देशों में तनाव बढ़ा है।
कश्मीर मसले पर करा चुकी हैं पाकिस्तान की किरकिरी
मलीहा लोधी इससे पहले भी संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मामला उठाती रही हैं। गत वर्ष संयुक्त राष्ट्र में भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बयान का जवाब देने के लिए उन्होंने झूठ का सहारा लिया था। कश्मीर का सच दिखाने के चक्कर में उन्होंने फलस्तीन की एक घायल युवती की तस्वीर दिखा दी थी। हालांकि दूसरे दिन ही तस्वीर का सच सामने आ गया और इसे लेकर पाकिस्तान की खूब किरकिरी हुई थी।