हाफिज सईद के खिलाफ सख्त कार्रवाई से कतरा रहे पाक पीएम, सता रहा 'डर'
मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अब्बासी को डर है कि कहीं हाफिज की इन संस्थाओं पर कार्रवाई कर उन्हें इसका राजनीतिक खामियाजा ना उठाना पड़ जाए।
इस्लामाबाद, पीटीआई। मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद के संगठन जमात उद दावा और फलाह ए इंसानियत पर कड़ी कार्रवाई को लेकर पाक प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी ने अपने कदम पीछे खींच लिए हैं। मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अब्बासी को डर था कि कहीं हाफिज की इन संस्थाओं पर कार्रवाई कर उन्हें इसका राजनीतिक खामियाजा ना उठाना पड़ जाए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से पाक को आतंकी समर्थित देश ठहराने और 2 बिलियन डॉलर की मदद बंद करने के बाद पाकिस्तान पर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई का दवाब बढ़ गया था।
समाचार ने पिछले महीने हुई एक बैठक में भाग लेने वाले दो अलग-अलग स्रोतों का हवाला देते हुए रिपोर्ट में बताया कि इस मीटिंग में अब्बासी ने कहा कि दोनों संगठनों पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए, लेकिन आंतरिक मंत्री अहसान इक्बाल का मानना था कि अगर इस समय इन संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया तो सरकार को इसी तरह के संकट का सामना करना पड़ेगा जैसा पिछले साल नवंबर में हुआ था। गौरतलब है कि बीते साल नवंबर में चुनाव सुधार विधेयक, 2017 में संशोधन के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुए थे। तहरीक-ए-लब्बैक या रसूल अल्लाह नाम के इस्लामिक संगठन के इस प्रदर्शन के चलते इस्लामाबाद और रावलपिंडी में सब कुछ थम सा गया था। इन प्रदर्शनों के बाद कानून मंत्री को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
गौरतलब है कि कुछ ही दिनों पहले पाकिस्तान वैश्विक दबाव में आकर मुंबई हमलों के मास्टर माइंड आतंकी हाफिज सईद को एक बड़ा झटका देते हुए उसके संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) को आतंकी संगठन घोषित कर दिया। कार्रवाई के बाद पंजाब सरकार ने रावलपिंडी में जेयूडी द्वारा संचालित मदरसों और स्वास्थ्य सुविधाओं को अपने हाथों में लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। चरखा रोड स्थित हुडाबीया मदरसे को सरकार ने अपने नियंत्रण में ले लिया है और एक्आफ विभाग से इसका प्रशासन ग्रहण करने को कहा है। पंजाब के जिला प्रशासन ने जमात-उद-दावा के चैरिटी विंग फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआइएफ) द्वारा चरखा रोड, नसीराबाद और शहर के आस-पास के इलाकों में संचालित चार डिस्पेंसरियों पर भी अपना नियंत्रण ले लिया है।