पाकिस्तान: महिला पोलिंग एजेंट पर चुनाव आयोग का फैसला, सियासी दल नाराज
तीनों प्रमुख पार्टियों पीएमएल-एन, पीपीपी और पीटीआइ ने इस आदेश के समय पर सवाल उठाते हुए इसे गैरजरूरी बताया है।
इस्लामाबाद, प्रेट्र। पाकिस्तान के चुनाव आयोग के एक और फैसले से सियासी पार्टियां नाराज हो गई हैं। मतदान से ठीक एक दिन पहले आयोग ने अपने ताजा आदेश में कहा कि महिला मतदान केंद्रों पर सिर्फ महिला पोलिंग एजेंटों को ही अनुमति होगी। देश में 4.67 करोड़ महिला मतदाता हैं।
तीनों प्रमुख पार्टियों पीएमएल-एन, पीपीपी और पीटीआइ ने इस आदेश के समय पर सवाल उठाते हुए इसे गैरजरूरी बताया है। पीपीपी के महासचिव फरहतुल्ला खान बाबर ने कहा, 'नया आदेश अतीत की व्यवस्था के उलट है। इससे महिला मतदान केंद्र सियासी पार्टियों के प्रतिनिधियों के बगैर पूरी तरह चुनाव स्टाफ की दया पर निर्भर रहेंगे। यह आदेश ऐसे समय जारी किया गया है जब मतदान में कुछ घंटे ही बचे हैं।'
उन्होंने सवाल उठाया कि मतदान केंद्रों पर तैनात जवान इलाके की महिला वोटरों के लिए अपरिचित रहेंगे। महिला बूथों पर अगर अपरिचितों की तैनाती हो सकती है तो उस इलाके के पुरुष पोलिंग एजेंटों की क्यों नहीं? पीटीआइ के सूचना सचिव ने कहा कि आमतौर पर पार्टियां महिला मतदान केंद्रों पर महिला एजेंट ही नियुक्त करती हैं, लेकिन इस तरह की रोक नहीं लगनी चाहिए। जबकि पीएमएल-एन के सूचना सचिव मुशाहिद-उल्ला खान ने कहा कि चुनाव आयोग को ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे उसकी विश्वसनीयता और निष्पक्षता सवालों के घेरे में आ जाए।